दवा की नहीं, रूसी राष्ट्रपति को है दुआओं की जरूरत, कैंसर से पीड़ित व्लादिमीर पुतिन हुए बेहद कमजोर !

Vladimir Putin
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व्लादिमीर पुतिन पेट के कैंसर से जूझ रहे हैं और जल्द ही ऑपरेशन कराने के लिए जा सकते हैं। रूसी राष्ट्रपति के इलाज की सारी तैयारियां हो गई हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, व्लादिमीर पुतिन को 18 महीने पहले पेट का कैंसर हुआ था। जिसके बाद उनकी जांच हुई। हालांकि मॉस्को व्लादिमीर पुतिन के सेहतमंद होने का दावा कर रहा।

मॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीच 67 दिनों से युद्ध चल रहा है। ऐसे में दोनों सेनाओं को भारी नुकसान हुआ है। इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है। आपको बता दें कि व्लादिमीर पुतिन को पेट का कैंसर हैं। ऐसे में इलाज की पूरी तैयारियां की जा चुकी है लेकिन रूस का यूक्रेन के साथ युद्ध चल रहा है। जिसको लेकर व्लादिमीर पुतिन किसी भी वक्त बड़ा फैसला लेते हुए युद्ध की कमान सिक्योरिटी काउंसिल और फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के एक्स चीफ निकोलाई पेत्रुशेव को सौंप सकते हैं। 

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अंतरराष्ट्रीय समाचार वेबसाइट डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, व्लादिमीर पुतिन पेट के कैंसर से जूझ रहे हैं और जल्द ही ऑपरेशन कराने के लिए जा सकते हैं। रूसी राष्ट्रपति के इलाज की सारी तैयारियां हो गई हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, व्लादिमीर पुतिन को 18 महीने पहले पेट का कैंसर हुआ था। जिसके बाद उनकी जांच हुई। हालांकि मॉस्को व्लादिमीर पुतिन के सेहतमंद होने का दावा कर रहा है।

कौन हैं निकोलाई पेत्रुशेव ?

यूक्रेन के साथ जारी युद्ध की रणनीति में अहम किरदार निभाने वाले निकोलाई पेत्रुशेव ने ही व्लादिमीर पुतिन को आश्वस्त किया था कि कीव नवनाजियों से भरा हुआ है और यह लोग लगातार रूस के खिलाफ षडयंत्र कर रहे हैं। माना जा रहा है कि व्लादिमीर पुतिन ने निकोलाई पेत्रुशेव की बातों पर करते हुए यूक्रेन पर हमला करने की रणनीति तैयार की और फिर रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और सेना प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव को हमला करने का आदेश दिया था।

एक रिपोर्ट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति दो-तीन दिनों के लिए युद्ध की जिम्मेदारी निकोलाई पेत्रुशेव को सौंप सकते हैं। हालांकि उनके इस कदम को असंवैधानिक बताया जा रहा है क्योंकि राष्ट्रपति की गैरहाजिरी में प्रधानमंत्री को सभी फैसले लेने का हक होता है। लेकिन व्लादिमीर पुतिन थोड़े वक्त के लिए भी किसी को भी सत्ता का संचालन नहीं सौंपना चाहते हैं। 

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कमजोर हो गए पुतिन

रिपोर्ट के मुताबिक, व्लादिमीर पुतिन को जो दवाईयां दी जा रही थी उसे खाकर उन्हें और भी ज्यादा कमजोरी महसूस हो रही थी। बताया जा रहा था कि दवाईयां खाने की वजह से व्लादिमीर पुतिन को चक्कर आने लगे और वो काफी ज्यादा कमजोर महसूस करने लगे थे। जिसके बाद दवाईयां दे रहे डॉक्टर को इलाज से हटा दिया गया।

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