बंकर में जाकर छिप...जब जरदारी को मोदी का डर सताया, खुद पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने सच बताया

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुलासा किया कि मई में भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने पर उन्हें अपने सुरक्षा अधिकारी ने बंकर में छिपने की सलाह दी थी।
वैसे तो पाकिस्तान अक्सर दुनिया के सामने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर झूठ बोलता है और कहता है कि वह भारत पर भारी पड़ा। लेकिन पहली बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुद कुबूल किया है कि भारतीय सेना के प्रहार से पाकिस्तान की टॉप लीडरशिप को बंकरों में छिपना पड़ा था। ऑपरेशन सिंदूर के कुछ महीनों बाद अब पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुद पाकिस्तानी सेना के झूठ का पर्दाफाश कर दिया है। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुद खुलासा किया कि ऑपरेशन सिंदूर की रात पाक फौज के जवान उनके पास आए थे और भारत के हमले से बचने के लिए बंकर में जीतने को कहा था।
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पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुलासा किया कि मई में भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने पर उन्हें अपने सुरक्षा अधिकारी ने बंकर में छिपने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है लेकिन खुद की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। वहीं, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने स्वीकार किया कि 10 मई की सुबह भारत ने उनके नूर खान एयरबेस पर हमला किया, जो भारत-पाक चार दिवसीय संघर्ष के आठ महीने बाद पहली बार सामने आया। डार ने कहा कि इस दौरान पाकिस्तान ने भारत से मध्यस्थता नहीं मांगी, लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने नई दिल्ली से बात करने की इच्छा जताई।
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भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया था। यह कार्रवाई पहलगाम हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इस हमले के बाद चार दिन तक दोनों देशों के बीच भीषण झड़पें हुईं, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने के समझौते के साथ समाप्त हुई। जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन पूरी तरह से अपनी रक्षा के लिए तैयार है। राष्ट्रपति जरदारी ने सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की सराहना की और कहा कि यह भारत को दिया गया उचित जवाब था। जरदारी ने यह दावा भी किया कि अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के रुख को स्वीकार कर रहा है और यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी मुनीर की सराहना की थी। उन्होंने यह दावा भी किया कि पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) ने ही मुनीर को फील्ड मार्शल बनवाया। उन्होंने कहा कि हमने, पीपीपी, ने जनरल मुनीर को फील्ड मार्शल बनवाया। जरदारी के बेटे और पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी इस अवसर पर बात की।
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घबराए जरदारी कई महीने बाद अब कह रहे हैं कि हमें गोली मारी तो हम भी मारेंगे। चुप नहीं बैठेंगे। ये भूल जाओ कि रोटी होगी, गोली होगी, रोटी होगी, गोली होगी। हम गोलियां मारेंगे। वैसे तो पाकिस्तान में नमूनों की कोई कमी नहीं है। पाकिस्तान का कोई ना कोई नेता हर रोज भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने देखा कि भारत के सब्र का बांध जब टूटता है तो भारतीय सेना पाक फौज की कैसे पिटाई लगाती है। वो अलग बात है कि पिटने के बाद भी पाकिस्तानी ढींगे हाकते रहते हैं।
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