अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद जताए जा रहे तरह-तरह के संदेह, व्हाट्सएप-फेसबुक पर क्या आ रहा है ये मत देखिए, सही जानकारी यहां है

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अभिनय आकाश । Jun 18 2022 5:58PM

थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के तहत 2022 के लिए आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय उन युवाओं को अवसर प्रदान करेगा, जो सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन पिछले दो साल से कोविड-19 महामारी के कारण ऐसा नहीं कर पाए।

पिछले कुछ दिनों में ऐसा बहुत कुछ हुआ है जो पूरे देश को जानना चाहिए और आपको भी जानना चाहिए। अग्निवीर आंदोलन के नाम पर जलाई गई आग बुझेगी कैसे। अभी तो ये आग बिहार में तेजी से फैल रही है। यूपी के कुछ हिस्सों में भी हिंसा देखने को मिली। बिहार के इस्लामपुर से लेकर तेलंगाना के सिकंदराबाद तक रेलवे स्टेशनों पर खड़ी ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया। आर्मी, नेवी, एयरफोर्स तीनों में 44 हजार जवानों की भर्ती निकाली जा चुकी है। अग्निपथ सकीम को लेकर व्हाट्सएप और फेसबुक पर क्या आ रहा है ये मत देखिए। सही जानकारी यहां है।सबसे पहले तो केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे उन तमाम प्रदर्शनकारियों को पूर्व सेना अध्यक्ष और देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का एक बयान सुनाना चाते हैं जो उन्होंने 13 दिसंबर 2018 को दिया था। आज पूरे देश को खासकर उन युवाओं को जो सेना में भर्ती होना चाहते हैं स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत की बात जरूर सुननी चाहिए।  एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रावत ने कहा था कि युवाओं को सेना को नौकरी का जरिया नहीं समझना चाहिए। इसके लिए मन में जज्बा होना चाहिए। रावत ने कहा था कि अगर किसी को नौकरी करनी है तो रेलवे में चला जाए या कोई बिजनस कर ले। लेकिन सेना को नौकरी का जरिया ना समझे।

क्या वापस होगा अग्निपथ ? 

प्रधानमंत्री का अग्निपथ लॉन्च हुआ है। तो  ये वापस तो बिल्कुल नहीं होगा। पिछले तीन दिनों में पीएम मोदी ने इस पर तीन कदम आगे बढ़ा दिए हैं। 

स्टेप नं 1- अग्निवीर बनने की उम्र सीमा 21 साल से 23 साल की गई। नई उम्र सीमा केवल 2022 के लिए ही मान्य होगा। 

स्टेप नं 2- इंडियन एयरफोर्स में 24 जून से भर्तियां शुरू होंगी। 

स्टेप नं 3- भारतीय थल सेना में भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की अधिसूचना 2 दिनों के अंदर निकल जाएगी। इस साल के अंत तक अग्निवीरों का पहला बैच ट्रेनिंग सेंटर पहुंच जाएगा। 

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अग्निपथ को लेकर संदेह, सवाल और सच

 

 संदेह/सवाल जवाब/तथ्य
इससे युवाओं के लिए सेना में नौकरियां घट जाएंगी? नहीं, ऐसा नहीं है। बल्कि अग्निपथ योजना से सेना में युवाओं के लिए  नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे। आने वाले वर्षों में सशस्त्र बलों में अग्निवीरों की भर्तियां मौजूदा संख्या से तीन गुना तक पहुंच जाएगी।
अग्निवीर का कम अवधि का कार्यकाल सशस्त्र बलों की प्रभावशीलता को नुकसान पहुंचाएगा। ऐसी प्रणाली कई देशों में मौजूद है, इसलिए यह पहले से ही जांची परखी है और इसे एक चुस्त सेना के लिए सर्वोत्तम अभ्यास माना जाता है। पहले वर्ष में भर्ती होने वाले अग्निवीरों की संख्या सशस्त्र बलों की केवल तीन प्रतिशत होगी और चार साल बाद सेना में फिर से शामिल किए जाने से पहले उनके प्रदर्शन का परीक्षण किया जाएगा।
 सशस्त्र बलों से बाहर निकलने के बाद अग्निवीर समाज के लिए खतरा हो सकते हैं। भारतीय सशस्त्र बलों के लोकाचार और मूल्यों का अपमान है। चार साल तक वर्दी पहनने वाले युवा जीवनभर देश के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। अब भी हजारों लोग कौशल के साथ सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त होते हैं। 

 तीनों सेना अध्यक्षों ने दिया भरोसा

थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के तहत 2022 के लिए आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय उन युवाओं को अवसर प्रदान करेगा, जो सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन पिछले दो साल से कोविड-19 महामारी के कारण ऐसा नहीं कर पाए। जनरल पांडे ने कहा कि सेना में भर्ती के लिए उम्र में एकबारगी छूट देने संबंधी सरकार के फैसले के बाद भर्ती प्रक्रिया की घोषणा जल्द की जाएगी। आर्मी चीफ ने जो ऐलान किया है उसका मतलब समझिए। सेना में भर्ती के लिए होने वाली रैलियां पिछसे 2 साल से बंद हैं। 2020-21 में भर्ती के लिए 97 रैलियां होनी थी। लेकिन सिर्फ 47 रैलियां हो पाई। इसी तरह 2021-22 में 87 रैली प्लान हुई। लेकिन कोरोना के चलते केवल 4 रैलियां हो पाईं। फिजिकल फिटनेस टेस्ट और मेडिकल के बाद कॉमन एंट्रेंस एग्जाम नहीं हुआ। कॉमन एंट्रेंस एग्जाम नहीं होने की वजह से ही फिजिकल फिटनेस टेस्ट और मेडिकल क्लियर करने वाले छात्र भी सेना में भर्ती नहीं हो सके। अग्निवीर स्कीम लॉन्च होने के बाद ऐसे छात्रों को फिर से रैली में जाकर दौड़ना होगा। अभी जो छात्र सड़क पर हैं। उनमें सबसे ज्यादा गुस्से में ऐसे ही छात्र हैं। कई कि उम्र 21 साल क्रास कर चुकी है। उन्हीं छात्रों के लिए पीएम मोदी ने आयु सीमा को 21 साल से बढ़ाकर 23 साल किया है। फिजिकल फिटनेस टेस्ट वाली रैली शुरू होने पर अभी जो छात्र सड़क पर हिंसा कर रहे हैं वो दौड़ की लाइन में लग जाएंगे। अगले शुक्रवार से एयरफोर्स की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है। ये बताने के लिए एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी कैमरे पर आए। वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना द्वारा चयन प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी।  एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि 2022 के लिए अग्निपथ योजना के तहत (सशस्त्र बल में) भर्ती किये जाने वालों की उम्र सीमा बढ़ा कर 23 वर्ष कर दी गई है, जिससे सशस्त्र बलों मेंकहीं अधिक संख्या में युवाओं की भर्ती की जा सकेगी। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए हाल में अग्निपथ योजना लायी गयी है। योजना के लिए न्यूनतम उम्र साढ़े 17 वर्ष और अधिकतम उम्र सीमा 21 साल है। वहीं, नौसेना ने कहा कि वह ‘‘बहुत जल्द’’ भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। नौसेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने कहा कि भर्ती के लिए अधिसूचना एक हफ्ते के अंदर जारी कर दी जाएगी।

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10 फीसदी आरक्षण के प्रस्ताव को मंजूरी 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आवश्यक योग्यता मानदंडों को पूरा करने वाले ‘अग्निवीरों’ के लिए रक्षा मंत्रालय की नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण के प्रस्ताव को शनिवार को मंजूरी दे दी। रक्षा सेवाओं के लिए घोषित अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ बढ़ते विरोध के बीच इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। सिंह के कार्यालय ने कहा, ‘‘भारतीय तटरक्षक बल और रक्षा विभाग में असैन्य पदों तथा रक्षा क्षेत्र के सभी 16 सार्वजनिक उपक्रमों में 10 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाएगा।’’ इसने कहा कि यह आरक्षण पूर्व सैनिकों के लिए मौजूदा कोटे के अतिरिक्त होगा।

सेना में किस राज्य से कितने जवान 

 यूपी  16 %
 बिहार 8 %
 राजस्थान  8 %
 महाराष्ट्र  7 %
 पंजाब  5 %
 हरियाणा  5 %
 उत्तराखंड  5 %
 पश्चिम बंगाल  7 %
 अन्य  37 %

 टॉप देशों में कैसे होती है सैनिकों की भर्ती

अमेरिका के पास 14 लाख सैनिक हैं। यहां 4 साल के लिए सैनिकों की भर्ती होती है। असके बाद चार साल रिजर्व ड्यूटी अवधि होती है। अमेरिका में सैनिक पूर्ण सेवा का विकल्प चुन सकते हैं। 

चीन में हर साल 4.5 लाख सैनिकों की भर्ती की जाती है। चीन में सैनिक 2 साल तक काम करते हैं। यूनिट्स की आवश्यकता पर ही पूर्ण सेवा का अवसर मिलता है। सैनिकों को खुद का व्ववसाय शुरू करने के लिए ऋण भी मिलता है। 

फ्रांस में अनुबंध के आधार पर सैनिकों की भर्ती की जाती है। 3 साल का प्रशिक्षण दिया जाता है। 19 साल से अधिक सेवा देने पर पेंशन मिलती है। 

रूस में हाइब्रिड मॉडल का इस्तेमाल होता है। पुरूष 32 महीने और महिला 24 महीने की सेवा देते हैं। कम से कम 12 साल की सेवा के बाद पेंशन दी जाती है। 

-अभिनय आकाश 

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