क्या Coronavirus के पीछे छिपा है चीन का दिमागी वायरस? जानें क्या कहता है MRI स्कैन

चीन ही नहीं कोरोना वायरस से घनी आबादी वाला भारत भी चितिंत है। भारत में 3 लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। लेकिन दिल्ली समेत, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरू, कोच्चि और कोलकाता एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था है। भारत ने चीन के ई वीजा पर रोक लगाई।
चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया के कई देश आ चुके हैं। हालांकि भारत में इस वायरस के 3 मामले केरल से सामने आए हैं। वहीं चीन में इस वायरस से मरने वालों की तादाद 424 हो चुकी है। जबकि संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या 20 हजार से ज्यादा पहुंच चुकी है। चीन के वुहान शहर के हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। सरकार ने शहर की सीमाएं बंद कर दी हैं। कोरोना वायरस को लेकर चीन की परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। विदेशी मीडिया की मानें तो खबरें दबाने और छुपाने की फितरत के चलते ही चीन ने इस पूरे विषय पर चुप्पी साध रखी थी। जिसकी वजह से ये बीमारी, महामारी में तब्दील हो गई है। आज हम कोरोना वायरस का एमआरआई स्कैन करेंगे और साथ ही इस वायरस के पीछे छिपे चीन के खतरनाक एजेंडे को भी डिकोड करने की कोशिश करेंगे। और इस वायरस को लेकर भारत की तैयारियों से भी आपको अवगत कराएंगे।
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न्यूयॉर्क टाइम्स ने वुहान के निवासियों, डॉक्टरों, अधिकारियों से बातचीत और सरकारी बयानों, मीडिया की खबरों के आधार पर रिपोर्ट प्रकाशित का जिसमें कहा कि इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई छेड़ने में देर की गई है। इस दौरान चीनी अधिकारियों ने डॉक्टरों और अन्य लोगों को डरा-धमकाकर खामोश रखा। जनता के सामने खतरों को कम करके बताया गया। बताया जा रहा है कि वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला दिसंबर के पहले सप्ताह ही आया था, लेकिन प्रशासन 20 जनवरी के आसपास हरकत में आया, जब संक्रमण बड़ा खतरा बन चुका था। सी-फूड मार्केट के एक विक्रेता के हवाले से बताया गया है कि दिसंबर के आखिर तक कई लोग बुखार से पीड़ित हो गए थे, लेकिन तब उन्हें इसके कारण के बारे में पता नहीं था।
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Prophet's ﷺ directions regarding disease outbreaks are a good guide even 2day “If you hear of an outbreak of plague in a land, do not enter it, but if the plague breaks out in a place while you are in it, do not leave that place” (Bukhari & Muslim) Let us help those stuck there.
— Dr. Arif Alvi (@ArifAlvi) January 31, 2020
राष्ट्रपति द्वारा कही इस बात को लेकर पाकिस्तान की आलोचना हो रही हो मगर चीन ने पाकिस्तान के इस 'बड़प्पन' का पूरा संज्ञान लिया है और इसका नजारा हमें कहीं और नहीं बल्कि ट्विटर पर देखने को मिल रहा है। जहां चीनी अधिकारियों द्वारा उन ट्वीट्स को लगातार रीट्वीट दिए जा रहे हैं जो 'कोरोना वायरस' के मामले में चीन और पाकिस्तान की दोस्ती दर्शा रहे हैं। पाकिस्तान और चीन भले ही एक दूसरे से दोस्ती के लाख दावे कर लें लेकिन हमें उन छात्रों को भी नहीं भूलना चाहिए जो इन मुश्किल हालात में अब भी चीन में फंसे हुए हैं और वीडियो के जरिये ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि नागरिक सुरक्षा के मोर्चे पर पाकिस्तान बुरी तरह से विफल हुआ है।
Pleae raise your voice for the Pakistani students studying in China. Here’s the proof 👇 1/2 pic.twitter.com/ktqRQvlxuT
— Ihtisham Ul Haq (@iihtishamm) January 29, 2020
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
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