राष्ट्रपति वही कैबिनेट नई, नए चेहरों को मिलेगी जगह, इन फैसलों के जरिए जिनपिंग बनेंगे चीन के इतिहास के सबसे ताकतवर व्यक्ति

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अभिनय आकाश । Oct 18 2022 6:10PM

चीनी राष्ट्रपति ने कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं कांग्रेस में पीएलए के आधुनिकरण पर जोर देते हुए कहा कि ये न केवल चीन की संप्रभुता बल्कि इसकी सुरक्षा और विकास संबंधित हितों की रक्षा के लिए जरूरी है। इसके लिए पीएलए में भी टॉप लेवर पर बड़े बदलाव होंगे।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का एक बार फिर राष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस का आगाज 16 अक्टूबर से ही हो गया है। ये बैठक 7 दिनों तक चलेगी। चाइनिज कम्युनिस्ट पार्टी के 20वें अधिवेशन के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जीरो कोविड पॉलिसी से लेकर करप्शन के खिलाफ सरकार के अभियान की तारीफ की। इस अधिवेशन में 2300 डेलीगेट्स शामिल हुए, जो अगले पांच साल के लिए पार्टी लीडर का चुनाव करेंगे। पिछले दस साल से जिनपिंग सीपीसी और सरकार के मुखिया  बने हुए हैं। अगले पांच सालों के लिए भी उनका मुखिया चुना जाना तय है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के 20वीं कांग्रेस के शुरुआती भाषण में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने खतरनाक इरादे जाहिर कर दिए हैं। ताइवान का जिक्र करते हुए जिनपिंग ने पीएलए में भी टॉप लेवल पर बड़े बदलाव के संकेत दे दिए हैं। चीनी राष्ट्रपति ने कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं कांग्रेस में पीएलए के आधुनिकरण पर जोर देते हुए कहा कि ये न केवल चीन की संप्रभुता बल्कि इसकी सुरक्षा और विकास संबंधित हितों की रक्षा के लिए जरूरी है। इसके लिए पीएलए में भी टॉप लेवर पर बड़े बदलाव होंगे। पार्टी की सबसे शक्तिशाली बॉडी पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के कई सदस्यों को हटाया जा सकता है। 

एक साथ 3 अहम पदों पर जिनपिंग

जिनपिंग इस समय तीन अहम पदों को एक साथ संभाल रहे हैं। वो चीन के राष्ट्रपति हैं, कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल सेंक्रेटरी हैं। इसके साथ ही सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के चेयरमैन भी हैं। जिनपिंग के इनमें से कोई भी पद छोड़ने की उम्मीद नहीं है। इस बैठक में कांग्रेस और सेंट्रल कमेटी का चुनाव होता है जो चीन की सर्वोच्च संस्थाएं हैं। आपको बता दें कि 2018 में पार्टी विधान के बदलाव के बाद दो कार्यकाल की बाध्यता खत्म कर दी गई थी। खबर है कि जिनपिंग का तीसरी बार राष्ट्रपति बनना तय हो गया है। 22 से 23 अक्टूबर को जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल का आधिकारिक ऐलान होगा। वहीं उम्र के आधार पर जिनपिंग प्रधानमंत्री के कियांग को बदलने के साथ ही विदेश मंत्री वांग यी की भी छुट्टी पक्की मानी जा रही है। 

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प्रधानमंत्री

वांग यांग- 67 साल के लिबरल लीडर वांग चीन की पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस के हैं।

हु चुन्हुआ- 59 साल के हू भी पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस के हैं।

उप प्रधानमंत्री

हे लिफेंग- उप प्रधानमंत्री पद के लिए हे लेफेंग का नाम लिया जा रहा है। 67 साल के हे नेशनल डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म कमीशन में हैं। 

ली झांशु- पोलित ब्यूरो से रिटायरमेंट ले रहे ली झांशु भी उप प्रधानमंत्री बन सकते हैं।

पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी

चीन में पोलित ब्यूरो काफी ताकतवर माना जाता है।

ली कियांग- 63 साल के ली कियांग शंघाई में पार्टी महासचिव हैं।

डिंग शुशियांग- 60 साल के डिंग कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल ऑफिस के डयरेक्टर हैं।

चेन मिनर- 62 वर्षीय चेन चॉन्किंग के पार्टी सेक्रेटरी हैं। 

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ताइवान को लेकर चीन के खतरनाक इरादे

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन है और अगले पांच साल के लिए ठोस प्लान भी तैयार है। साथ ही उन्होंने सीपीसी की बैठक में ताइवान को लेकर अपने खतरनाक इरादे जाहिर किए। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस में भाषण के दौरान मौजूद 24 प्रतिनिधियों से जोरदार तालियां मिली हैं। ये तालियां जिनपिंग की विस्तारवादी नीति के समर्थन में मिली। जिसमें ताइवान की संप्रभुता को खत्म कर उसे अपने में फिर से चीन में मिलाने का संकल्प था। जिनपिंग ने अपनी ताजपोशी से पहले दिए भाषण में ताइवान का जिक्र किया और कहा कि ताइवान में विदेशी ताकतों की दखल है। जिसे हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। शी जिनपिंग ने आगे कहा कि ताइवान में दखल का हमने करारा जवाब दिया है। इसी के साथ हम हांगकांग में  बेहतर काम कर रहे हैं। जिनपिंग ने चीन के लोगों को भरोसा दिया कि ताइवान में समस्या का हल करने के लिए उन्होंने सम्रग नीति तैयार की है। साल 2012 में चीन की सत्ता संभालने पहले दिन से ही शी जिनपिंग ने अपने सख्त रूख दिखाए हैं। जिसने लोगों के साथ तालमेल बिठाने के अलावा उन्हें उनके राजनीतिक विरोधियों को बाहर निकालने में मदद की है। 

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अर्थव्यवस्था के लिए निजी क्षेत्र में समर्थन की पैरवी

शी जिनपिंग ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र के समर्थन की पैरवी की है। उन्होंने कहा कि चीन एक समाजवादी आर्थिक प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही साझा समृद्धि की परंपरा को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि बाजारों को विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि हमें एक उच्च स्तरीय समाजवादी बाजार आर्थिक प्रणाली का निर्माण करना चाहिए। 

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जिनपिंग की चुनौतियां

शी के पास अपना एजेंडा पूरा करने के लिए काफी वक्त है। उनके तीसरी बार राष्ट्रपति बनने में किसी को शक नहीं है तो ये भी कहा जा रहा है कि वो शायद चौथी और पांचवां टर्म भी पूरा करें। 2017 में पार्टी संविधान को बदलकर शी ने अपने आजीवन राष्ट्रपति बनने की राह तैयार कर ली थी। पार्टी अधिवेशन में उन्होंने हांगकांग और ताइवान के अलावा डिमोक्रेटिक मुद्दों पर भी ध्यान दिया।  

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