World Economic Forum क्या है, दुनिया के लिए कैसे तय करता है दिशा, भारत की कैसे है अहम भागीदारी?

World Economic Forum
prabhasakshi
अभिनय आकाश । Jan 17 2023 4:55PM

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सालाना बैठक 17 से 20 जनवरी तक होगी जिसमें 130 देशों के 2700 प्रतिनिधि शामिल होंगे। जिनमें 50 से ज्यादा देशों के प्रमुख भी शामिल होंगे।

स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सालाना बैठक शुरू हो चुकी है। ये 17 से 20 जनवरी तक चलेगा जिसमें 130 देशों के 2700 प्रतिनिधि शामिल होंगे। जिनमें 50 से ज्यादा देशों के प्रमुख भी शामिल होंगे। भारत की तरफ से केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, अश्विनी वैष्णव, स्मृति ईरानी और आरके सिंह शामिल होंगे। वहीं कुमार मंगलम बिरला, गौतम अडानी, एन चंद्रशेखरन जैसे दिग्गज शामिल होंगे। इस बार  वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की थीम 'खंडित दुनिया में सहयोग' है। 

क्या है वर्ल्ड इकनोमिक फोरम 

वर्ल्ड इकनोमिक फोरम एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। साल 1971 में प्रोफेसर क्लाउस श्वाब ने इसकी स्थापना की ती। ये एक 'नॉट फॉर प्रॉफिट' संगठन है। ये फोरम दुनिया के राजनीतिक, सांस्कृतिक, व्यापार आदि के डिसिशन मेकर्स को एकजुट करता है। जो ऐसे प्रोजेक्ट्स और पहल पर साथ मिलकर काम करते हैं जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम हर साल एक समिट का आयोजन करता है। इस साल फोरम की 53वीं समिट है जो की स्विट्जरलैंड के दावोस में हो रही है। 

वर्ल्ड इकनोमिक फोरम भागीदार

वर्ल्ड इकनोमिक फोरम को बड़े पैमाने पर इसके भागीदार निगमों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। ये आम तौर पर 5 अरब डॉलर से अधिक वार्षिक कारोबार वाले वैश्विक उद्यम हैं। इन निगमों के लिए वर्ल्ड इकनोमिक फोरम "भविष्य को आकार देने के लिए, दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर रणनीतिक निर्णय लेने को सुनिश्चित करने के लिए नेटवर्क और विशेषज्ञों तक पहुँचने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

क्या काम करता है 

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की समिट में वैश्विक, क्षेत्रीय और उद्दोग जगत से जुड़े एजेंडे को नए साल के शुरु होते ही आकार दे दिया जाता है। इनोवेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी से जुड़े मामलों की समिट हर साल चीन में आयोजित की जाती है। वहीं ग्लोबल फ्यूचर काउंसिल की समिट यूएई में आयोजित होती है। वहां दुनियाभर के प्रमख नॉलेज कम्युनिटी के साथ हर चुनौतियों पर इनसाइट्स शेयर की जाती है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की इंडस्ट्रजी मीटिंग में उद्योग में किस तरह से आगे काम किया जा सकता है, इस पर चर्चा की जाती है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में शीर्ष नेता, विश्व स्तरीय विशेषज्ञों द्वारा डिजाइन किए गए कई कोलेबरेटिव प्रोजेक्ट्स पर काम किए जाते हैं। 

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कैसे काम करता है वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ?

फोरम की तरफ से साल में चार बैठकें आयोजित की जाती है। 

1. विश्व आर्थिक मंच वार्षिक महोत्सव: इस बैठक का आयोजन हर साल स्विट्जरलैंड के दावोस में होता है। इसे शीतकालीन बैठक भी कहते हैं जो जनवरी महीने में होती है। इस बार ये 20 जनवरी से 24 जनवरी के बीच आयोजित की गई है। इसमें पूरे साल दुनिया किस दिशा में आगे बढ़ेगी इस नीति पर चर्चा होती है। 

2. न्यू चैंपिंयस वार्षिक महोत्सव: इस बैठक का आयोजन चीन में होता है। इसमें नए अविष्सकारों, विज्ञान और तकनीक पर चर्चा होती है। गर्मी के महीने में होने वाली इस बैठक को समर वार्षिक महोत्सव के नाम से भी जाना जाता है। 

3. ग्लोबल फ्यूचर काउंसिल्स वार्षिक महोत्सव: इस बैठक के दौरान विश्व के ज्ञानी समुदायों को बुलाया जाता है, जो बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं और विश्व की दिशा तय करने के लिए महत्वपूर्ण नीतियां तय होती है। इसके लिए जगह का निर्धारण किया जाता है। 

4. इंडस्ट्री स्ट्रेटजी मीटिंग: इस बैठक में उद्योग जगत से जुड़े मुद्दों पर बात होती है और भविष्य की दिशा तय की जाती है। 

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वार्षिक बैठक के लिए दावोस को ही क्यों चुना गया? 

एक स्की रिसॉर्ट और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम  की बैठक का वार्षिक मेजबान दावोस स्विस आल्प्स की गोद में स्थित एक अनोखा शहर है। कई मायनों में वैश्विक आर्थिक दिग्गजों और भू-राजनीतिक नेताओं की बैठक के लिए यह एक आश्चर्यजनक विकल्प है। हालाँकि, स्थान मनमाने ढंग से नहीं चुना गया था। बल्कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम  के संस्थापक के लिए इसका दार्शनिक महत्व है। दावोस थॉमस मान के उपन्यास द मैजिक माउंटेन से जुड़ी है। यह किताब एक युवक की कहानी है जो दावोस में तीन सप्ताह के लिए एक सेनेटोरियम में रहने के लिए जाता है और सात साल बिताने के बाद मृत्यु को प्राप्त करता है। 

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दावोस में एकनाथ शिंदे?

हाल ही में, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे डब्ल्यूईएफ के दौरान दावोस की अपनी यात्रा रद्द करने के लिए निशाने पर आ गए हैंबीएमसी चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी के राज्य में आसन्न आगमन के कारण यात्रा रद्द कर दी गई थी। विपक्ष ने शिंदे और उनकी सरकार की आलोचना करने में कोई समय नहीं गंवायादावोस के प्रमुख आकर्षणों में से एक यह है कि यह एक ऐसा मंच है जहां हजारों राजनेता, उद्योगपति और उद्यमी एकत्र होते हैं। -अभिनय आकाश

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