Prabhasakshi NewsRoom I राजनाथ-भागवत ने कहा- सावरकर महानायक थे, हैं और रहेंगे । लखीमपुर पर राष्ट्रपति से मिली कांग्रेस

Mohan Bhagwat Rajnath

भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि राष्ट्र नायकों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में वाद प्रतिवाद हो सकते हैं लेकिन विचारधारा के चश्मे से देखकर वीर सावरकर के योगदान की उपेक्षा करना और उन्हें अपमानित करना क्षमा योग्य और न्यायसंगत नहीं है।

वीर सावरकर को बदनाम करने की मुहिम चलाने वालों पर बरसते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि सावरकर के योगदान की उपेक्षा करना ठीक नहीं है। इस पर आज की रिपोर्ट में विस्तृत बातचीत करेंगे साथ ही बात करेंगे कांग्रेस की, जिसके प्रतिनिधिमंडल ने आज लखीमपुर खीरी मामले को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात की। साथ ही आज की रिपोर्ट में बात करेंगे कोलकाता के उस दुर्गा पूजा पंडाल की जिसका लेजर लाइट शो पायलटों को कर रहा था परेशान। इसके अलावा आपको दिखाएंगे कैसे महंगाई की मार रावण पर पड़ रही है।

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सावरकर महानायक थे, हैं और रहेंगे

नमस्कार। न्यूजरूम में आप सभी का स्वागत है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि राष्ट्र नायकों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में वाद प्रतिवाद हो सकते हैं लेकिन विचारधारा के चश्मे से देखकर वीर सावरकर के योगदान की उपेक्षा करना और उन्हें अपमानित करना क्षमा योग्य और न्यायसंगत नहीं है। राजनाथ सिंह ने उदय माहूरकर और चिरायु पंडित की पुस्तक ‘‘वीर सावरकर हु कुड हैव प्रीवेंटेड पार्टिशन’’ के विमोचन कार्यक्रम में यह बात कही। इसमें सरसंघचालक मोहन भागव त ने भी हिस्सा लिया। राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर कहा, ''एक खास विचारधारा से प्रभावित तबका वीर सावरकर के जीवन एवं विचारधारा से अपरिचित है और उन्हें इसकी सही समझ नहीं है, वे सवाल उठाते रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ''वीर सावरकर महानायक थे, हैं और भविष्य में भी रहेंगे। देश को आजाद कराने की उनकी इच्छा शक्ति कितनी मजबूत थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अंग्रेजों ने उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई, कुछ विशेष विचारधारा से प्रभावित लोग ऐसे राष्ट्रवादी पर सवालिया निशान लगाने का प्रयास करते हैं।’’

सावरकर को बदनाम करने की मुहिम

वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने वीर सावरकर के बारे में सही जानकारी का अभाव होने का जिक्र करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद से ही उन्हें बदनाम करने की मुहिम चली है और अब अगला लक्ष्य स्वामी विवेकानंद, दयानंद सरस्वती और महर्षि अरविंद हो सकते हैं। सरसंघचालक भागवत ने कहा, ‘‘भारत में आज के समय में सावरकर के बारे में वास्तव में सही जानकारी का अभाव है। यह एक समस्या है। सावरकर को बदनाम करने की मुहिम चलाई गई। यह स्वतंत्रता के बाद खूब चली।’’ उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिये हुआ क्योंकि सावरकर सामने थे। भारत को जोड़ने से जिनकी दुकान बंद हो जायेगी, उन्हें यह अच्छा नहीं लगता था। उन्होंने कहा कि अब इसके बाद अगला लक्ष्य स्वामी विवेकानंद, स्वामी दयानंद सरस्वती और महर्षि अरविंद को बदनाम करने का हो सकता है क्योंकि सावरकर इन तीनों के विचारों से प्रभावित थे। मोहन भागवत ने कहा कि 1857 की क्रांति के समय हिन्दू और मुसलमान एक साथ थे लेकिन अंग्रेजों ने उन्हें बांटने का काम किया। उन्होंने कहा कि हमारी पूजा विधि अलग-अलग है लेकिन पूर्वज एक हैं। हम अपनी मातृभूमि तो नहीं बदल सकते। उन्होंने कहा कि बंटवारे के बाद पाकिस्तान जाने वालों को वहां प्रतिष्ठा नहीं मिली। सरसंघचालक ने कहा कि हमारी विरासत एक है जिसके कारण ही हम सभी मिलकर रहते हैं। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर शुद्ध वैज्ञानिक विचारधारा के थे तथा तर्क एवं प्रत्यक्ष प्रमाण के आधार पर बात करते थे।

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राष्ट्रपति से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल

दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और इस घटना के तथ्यों से जुड़ा एक ज्ञापन उन्हें सौंपा। कांग्रेस के इस सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल थे। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की माँग दोहराई।

बुर्ज खलीफा दुर्गा पंडाल

आइये अब आपको लिये चलते हैं कोलकाता के एक दुर्गा पूजा पंडाल में। दुबई के मशहूर बुर्ज खलीफा टावर की तर्ज पर बनाया गया कोलकाता का यह दुर्गा पूजा पंडाल बड़ी संख्या में लोगों को तो आकर्षित कर रहा है लेकिन आसमान से जो विमान कोलकाता एयरपोर्ट पर लैंडिंग करना चाहते थे उनके लिए यह मुसीबत बन गया था। मुसीबत का कारण इस पंडाल की विशाल ऊंचाई नहीं बल्कि पंडाल में चलने वाला लेजर लाइट शो था जिनकी वजह से पायलटों की आंखें कुछ देर के लिए बंद-सी हो जाती थीं। बहरहाल, इस विवाद के बाद पंडाल में चल रहे लेजर शो को रोक दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक चार फ्लाइट्स के पायलटों ने इसके बारे में शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि जब वे कोलकाता एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं तो ये लेजर लाइट उनकी आंखों में चुभती हैं। 

महंगाई से परेशान है रावण

आइये अब आपको लिये चलते हैं दिल्ली। दशहरा आने को है लेकिन महंगाई की मार रावण पर भी पड़ी है जो कलाकार रावण के पुतले बनाते हैं उन्हें इस बार बेहद कम ऑर्डर मिल रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि एक तो पुतला दहन के कार्यक्रम भी कम हुए हैं साथ ही महंगाई का असर भी है। पुतला बनाने वालों का कहना है कि कच्चा माल काफी महंगा हो गया है जिससे हम भी इस बार ज्यादा बड़े पुतले नहीं बना रहे हैं। साथ ही पटाखे पर प्रतिबंध के चलते ही पुतलों की बिक्री पर असर पड़ा है।

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