UP में कोरोना वायरस के 1,589 मरीजों का चल रहा है इलाज, 335 व्यक्ति हो चुके ठीक

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प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अभी तक कुल मिलाकर इस समय संक्रमण के 1,589 एक्टिव (इलाजरत) मामले हैं। कुल 335 लोग उपचारित होकर घर जा चुके हैं जबकि 31 लोगों की मौत हो गयी है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के प्रभावित 1,589 लोगों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, प्रदेश में अभी तक कुल मिलाकर इस समय संक्रमण के 1,589 एक्टिव (इलाजरत) मामले हैं। कुल 335 लोग उपचारित होकर घर जा चुके हैं जबकि 31 लोगों की मौत हो गयी है। प्रसाद ने बताया कि कुल 59 जिलों से संक्रमण के 1,955 मामले हैं। एक नया जिला झांसी जुड़ा है। नौ जिलों में संक्रमण का फिलहाल कोई मरीज नहीं है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में इलाजरत किसी भी मरीज को वेंटिलेटर पर नहीं रखा गया है। भर्ती मरीजों में से 15 को ऑक्सीजन दीजा रही है और सभी की हालत स्थिर है। 

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प्रसाद ने बताया कि पृथक-वास केंद्रों में रखे गये लोगों की संख्या 11,363 है। उन्होंने बताया कि मेडिकल इन्फेक्शन रोकने के लिए जनपद स्तर पर समिति बनायी जा रही है। आदेश जारी कर दिया गया है। शाम तक समिति का गठन हो जाएगा जो अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में काम करेगी। उन्होंने कहा कि संक्रमण को छिपाने की आवश्यकता नहीं है। अगर सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ और बुखार के लक्षण आ रहे हों तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जाकर जांच करायें। प्रमुख सचिव ने कहा कि अगर समय से पता चल जाए तो किसी तरह की कोई कठिनाई नहीं होती। ऐसा देखने में आया है कि जहां तबियत ज्यादा खराब हुई या मौत हुई, वहां या तो व्यक्ति को पहले से कोई गंभीर बीमारी थी या फिर देर से अस्पताल आये। 

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उन्होंने कहा कि इसी वजह से आवश्यक है कि जैसे ही लक्षण आयें, तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जाकर सलाह लें। कोरोना वायरस संक्रमण की जांच और चिकित्सा सरकार की ओर से नि:शुल्क करायी जा रही है। प्रसाद ने कहा कि इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नहीं है बल्कि बचाव करके आप सुरक्षित रह सकते हैं। अधिक उम्र वालों को और पहले से बीमार लोगों को इससे बचाना चाहिए। बाहर ही नहीं बल्कि उनसे घर में भी दूरी बनाकर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि चेहरे को मास्क, गमछे, रूमाल या तौलिये से ढकना चाहिए। साबुन और पानी से हाथ धोते रहना चाहिए। शारीरिक दूरी बनाये रखें और चेहरे को बार-बार छूने से बचें। प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के उपाय करते रहें।

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