छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 45 गायों की मौत, प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार केवल गौ संवर्धन और संरक्षण को लेकर तथाकथित तौर पर केवल वाहवाही लूटने में लगी है। लेकिन जमीनी स्तर पर हालात कुछ और ही हैं। जिस तरह से इन गायों की मौत हुई है, इस हृदय विदारक घटना ने हम सबको दु:खी किया है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 60 गायों को एक कमरे में बंद किए जाने के बाद हुई 45 गायों की मौत से सनसनी फैल गई है। इन 45 गायों की मौत छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पंचायत भवन के एक कमरे में बंद होने से बताई जा रही है। इन गायों की मौत की जानकारी देते हुए बिलासपुर जिले के जिलाधिकारी सारांश मित्तर ने शनिवार को बताया कि जिले के तखतपुर विकासखंड के अंतर्गत मेड़पार ग्राम पंचायत में गायों की मौत की जानकारी मिली है। छत्तीसगढ़ के तखतपुर के मेड़पार बाजार ग्राम में क़रीब 45 गायों की मौतों लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने चिंता व्यक्त की है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार केवल गौ संवर्धन और संरक्षण को लेकर तथाकथित तौर पर केवल वाहवाही लूटने में लगी है। लेकिन जमीनी स्तर पर हालात कुछ और ही हैं। जिस तरह से इन गायों की मौत हुई है, इस हृदय विदारक घटना ने हम सबको दु:खी किया है। उन्होंने कहा कि जिन परिस्थितियों में गायों की मौत हुई है, इसके लिए जिम्मेदार कौन है ? इस पर प्रदेश सरकार को गंभीरता से जांच करना चाहिए।
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कौशिक ने कहा कि प्रदेश में कई जगहों पर गायों की मौत की खबरें लगातार आ रही है और वहीं प्रदेश सरकार अपने अभियानों की हवा-हवाई बातें करके केवल उत्सव मनाने में जुटी है। उन्होनें कहा कि गौ रक्षा हम सबकी भावनाओं से जुड़ा मसला है। इस पर प्रदेश सरकार को संवेदनशीलता से काम करते हुए बेहतर कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिखावे से काम नहीं होगा। कुछ ठोस कार्य करने की जरूरत है। प्रदेश सरकार पशुधन की रक्षा करने में पुरी तरह से असफल है और केवल इन मुद्दों पर सियासी बात करके आम जनमानस में भ्रम फैलाने में लगी हुई है।
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