MP में बारिश से 12,000 करोड़ के नुकसान का अनुमान, 674 लोगों की मौत
मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई बाढ़ एवं अतिवर्षा से पूरे प्रदेश में लगभग 674 लोगों ने अपनी जान गवा दी है।
भोपाल। मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते जहां आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, तो वहीं किसानों की फसलें बर्बाद होने से कृषि व्यवस्था भी चरमरा रही है। प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने अतिवर्षा एवं बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत देते हुए अबतक 77 करोड़ रूपये मुआवजे के रूप में वितरित कर दिया है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई बाढ़ एवं अतिवर्षा से पूरे प्रदेश में लगभग 674 लोगों ने अपनी जान गवा दी है। सरकार की माने तो अतिवर्षा एवं बाढ़ से प्रदेश में लगभग 12 हजार करोड़ रूपये का प्राथमिक नुकसान का भी अनुमान है।
इसके अलावा लगातार हो रही वर्षा एवं बाढ़ से 1,888 पशुकाल ग्रास में समा गए हैं, जबकि भारी वर्षा से 1 लाख 18 हजार 386 भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें अनेक भवन पूर्ण रूप से नष्ट हो गए जबकि कुछ भवनों को आंशिक क्षति पहुँची। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में लगभग 55 लाख 36 हजार 517 किसान वर्षा से प्रभावित हुए हैं। प्रदेश में 2013 के बाद इस बार सर्वाधिक 1,203 मिमी वर्षा दर्ज की गई। अतिवर्षा और बाढ़ से खेतों में उड़द और सोयाबीन की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुँचा है। भारी वर्षा से अबतक 60.47 लाख हेक्टेयर कृषिभूमि प्रभावित हुई। प्रदेश में वर्षा की दिन-प्रतिदिन की मॉनिटरिंग से राहत और बचाव की पहले से व्यवस्था की गई।
प्रदेश सरकार का कहना है कि भारी बारिश से हुए नुकसान की निश्चित राशि का आकलन किया जाना अभी संभव नहीं है, क्योंकि प्रदेश में वर्षा लगातार जारी है। वहीं मानसून की समाप्ति के पश्चात् ही जिलों से नुकसान की निश्चित जानकारी ली जा सकेगी। वर्षा और बाढ़ से प्रदेश के पश्चिमी भाग में सर्वाधिक नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
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