नकवी ने खादिम उल हुज्जाज के दो दिवसीय प्रशिक्षण कैंप का किया उद्घाटन, बोले- भारत से 79,237 मुसलमान हज यात्रा पर जाएंगे

Mukhtar Abbas Naqvi
प्रतिरूप फोटो
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केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों तक भारतीय, हज यात्रा पर नहीं जा पाए थे। हमारी कोशिश है कि दो वर्षों के बाद भारतीय मुसलमानों की बिना किसी सब्सिडी के हो रही हज यात्रा पर किसी भी तरह का गैर-जरुरी आर्थिक बोझ ना पड़े।

मुंबई। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री एवं उपनेता, राज्य सभा, मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहां कहा कि लोगों की सेहत, सुरक्षा, सलामती को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए महत्वपूर्ण सुधारों के साथ हज 2022 हो रहा है। आज हज हाउस, मुंबई में हज 2022 से सम्बंधित "खादिम उल हुज्जाज" के दो-दिवसीय प्रशिक्षण कैंप का उद्घाटन करते हुए नकवी ने कहा कि हज 2022 की संपूर्ण प्रक्रिया, सऊदी अरब की सरकार एवं भारत सरकार द्वारा तय किये गए पात्रता, आयु, स्वास्थ्य मानदंडों एवं अन्य जरुरी दिशानिर्देशों के अनुसार की गई है। 

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नकवी ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों तक भारतीय, हज यात्रा पर नहीं जा पाए थे। हमारी कोशिश है कि दो वर्षों के बाद भारतीय मुसलमानों की बिना किसी सब्सिडी के हो रही हज यात्रा पर किसी भी तरह का गैर-जरुरी आर्थिक बोझ ना पड़े, सऊदी अरब में आवास, ट्रांसपोर्टेशन आदि को सस्ते दरों में लेने की प्रक्रिया चल रही है। नकवी ने कहा कि हज 2022 की सम्पूर्ण प्रक्रिया के 100 प्रतिशत डिजिटल/ऑनलाइन होने से हज यात्रियों की सेहत, सलामती और पारदर्शी-सुगम-सरल-सुविधाजनक हज यात्रा सुनिश्चित होगी। हज यात्रा के इच्छुक लोगों की चयन प्रक्रिया कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज एवं भारत और सऊदी अरब की सरकारों के कोरोना प्रोटोकॉल, दिशानिर्देशों के तहत की गई है।

नकवी ने कहा कि भारत से 79 हजार 237 मुसलमान हज 2022 पर जायेंगें। इनमें लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं हैं। इनमें 56 हजार 601 हज यात्री, हज कमेटी ऑफ़ इंडिया और 22 हजार 636 हज यात्री, हज ग्रुप ऑर्गनाइजर्स (एचजीओ) के माध्यम से हज 2022 के लिए जायेंगें। एचजीओ की भी संपूर्ण प्रक्रिया पारदर्शी एवं ऑनलाइन कर दी गई है। बिना "मेहरम" (पुरुष रिश्तेदार) के 1800 से अधिक मुस्लिम महिलाएं हज 2022 पर जाएँगी। इन्हें लाटरी सिस्टम से बाहर रखा गया है। हज 2022 के लिए कुल 83 हजार 140 आवेदन प्राप्त हुए थे।

नकवी ने कहा कि हज 2022 के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से हज यात्री 10 इम्बार्केशन पॉइंट्स से जायेंगें- अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोच्चि, दिल्ली, गौहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और नगर। अहमदाबाद इम्बार्केशन पॉइंट से गुजरात के हज यात्री; बेंगलुरु इम्बार्केशन पॉइंट से कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के हज यात्री; कोच्चि इम्बार्केशन पॉइंट से केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेर्री, तमिलनाडु, अंडमान एवं निकोबार के हज यात्री; दिल्ली इम्बार्केशन पॉइंट से दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हज यात्री हज यात्रा 2022 पर जा सकेंगे। गौहाटी इम्बार्केशन पॉइंट से असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के हज यात्री; हैदराबाद इम्बार्केशन पॉइंट से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के हज यात्री; कोलकाता इम्बार्केशन पॉइंट से पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, त्रिपुरा, झारखण्ड और बिहार के हज यात्री हज यात्रा 2022 पर जा सकेंगे। लखनऊ इम्बार्केशन पॉइंट से पश्चिम उत्तर प्रदेश को छोड़ कर समस्त उत्तर प्रदेश के हज यात्री; मुंबई इम्बार्केशन पॉइंट से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दमन एवं दीव, दादरा एवं नगर हवेली और गोवा के हज यात्री और नगर इम्बार्केशन पॉइंट से जम्मू, कश्मीर, लेह-लदाख-कारगिल के हज यात्री हज यात्रा 2022 पर जा सकेंगे। 

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हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से अंडमान एवं निकोबार से 114 हज यात्री; आंध्र प्रदेश से 1201; असम से 3544; बिहार से 2210; चंडीगढ़ से 25; छत्तीसगढ़ से 431; दादर एवं नागर हवेली से 17; दमन एवं दीव से 17; दिल्ली से 835; गोवा से 67; गुजरात से 2533; हिमाचल प्रदेश से 38; हरियाणा से 617; जम्मू-कश्मीर से 5281; झारखण्ड से 1559; कर्नाटक से 2764; केरल से 5274; लक्षद्वीप से 159; मध्य प्रदेश से 1780; महाराष्ट्र से 4874; मणिपुर से 335; ओडिशा से 466; पुडुचेरी से 52; पंजाब से 218; राजस्थान से 2072; तमिलनाडु से 1498; त्रिपुरा से 108; उत्तर प्रदेश से 8701; उत्तराखंड से 485; पश्चिम बंगाल से 5911; तेलंगाना से 1822 और लदाख से 216 भारतीय मुसलमान हज 2022 यात्रा पर जाने वाले हैं।

नकवी ने कहा कि सभी हज यात्रियों को डिजिटल हेल्थ कार्ड, "ई-मसीहा" स्वास्थ्य सुविधा, मक्का-मदीना में ठहरने की बिल्डिंग/ट्रांसपोर्टेशन की जानकारी भारत में ही देने वाली "ई-लगेज टैगिंग" की सुविधा भी दी जाएगी। इस दो दिवसीय ट्रेनिंग कैंप में सभी राज्यों से 400 से ज्यादा "खादिम-उल-हुज्जाज" शामिल हुए हैं जिनमें 12 महिला "खादिम उल हुज्जाज" शामिल हुई। इन्हें हज कमेटी ऑफ इंडिया, वृहन मुंबई महानगर पालिका, डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसियों के अधिकारियों, एयरलाइन्स, कस्टम, इमीग्रेशन विभागों के अधिकारियों एवं डॉक्टरों द्वारा हज से सम्बंधित विभिन्न प्रक्रियाओं, मक्का-मदीना में हाजियों के आवास, यातायात, स्वास्थ्य, सुरक्षा से सम्बंधित मुद्दों की जानकारी दी गई। ये "खादिम उल हुज्जाज" मक्का-मदीना में भारतीय हज यात्रियों की विभिन्न सुविधाओं की देख-रेख में मदद करेंगें। इस अवसर पर हज कमेटी ऑफ इंडिया की वाईस-चेयरमैन मुनावरी बेगम साहिबा एवं मफूजा खातून साहिबा; अन्य सदस्य एवं सीईओ याकूब शेख उपस्थित रहे।

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