Air Marshal AP Singh | कौन हैं भारतीय वायुसेना के नए वाइस चीफ? एयर मार्शल एपी सिंह संभाला कार्यभार

नयी दिल्ली। एयर मार्शल एपी सिंह बुधवार को भारतीय वायुसेना के नए वाइस चीफ बने। वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ (वीसीएएस) का पद संभालने पर एयर मार्शल एपी सिंह ने दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया और शहीद हुए सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की। बाद में, उन्हें भारतीय वायु सेना मुख्यालय में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने एयर मार्शल संदीप सिंह का स्थान लिया, जो 39 साल से अधिक की सेवा के बाद 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हुए।
एयर मार्शल ए पी सिंह बनें भारतीय वायुसेना के नए उप प्रमुख
एयर मार्शल ए पी सिंह ने भारतीय वायुसेना के नए उप प्रमुख के तौर पर पदभार संभाल लिया। उन्हें 5,000 घंटे से अधिक समय की उड़ान भरने का अनुभव है। उन्होंने एयर मार्शल संदीप सिंह का स्थान लिया, जो 39 साल से अधिक की सेवा के बाद मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गये। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज के पूर्व छात्र, एयर मार्शल ए पी सिंह को 21 दिसंबर, 1984 को भारतीय वायुसेना की लड़ाकू शाखा में तैनात किया गया था। ए पी सिंह एक दक्ष उड़ान प्रशिक्षक और प्रायोगिक परीक्षण पायलट हैं, जिनके पास विभिन्न प्रकार के विमानों के जरिये 5,000 घंटे से अधिक की उड़ान भरने का अनुभव है। अपने करियर के दौरान अधिकारी ने एक ऑपरेशनल फाइटर स्क्वाड्रन और एक फ्रंटलाइन एयर बेस की कमान संभाली। ए
क परीक्षण पायलट के रूप में उन्होंने मॉस्को में मिग-29 उन्नयन परियोजना प्रबंधन टीम का नेतृत्व किया। वह हल्के लड़ाकू विमान तेजस के उड़ान परीक्षण की देखरेख करने वाले राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में परियोजना निदेशक (उड़ान परीक्षण) भी थे। उन्होंने दक्षिण पश्चिमी वायु कमान में वायु रक्षा कमांडर और पूर्वी वायु कमान में वरिष्ठ वायु स्टाफ अधिकारी के महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। अपनी वर्तमान नियुक्ति से पहले, वह मध्य वायु कमान में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे। एयर मार्शल परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किए जा चुके हैं।
वायुसेना के उप प्रमुख का पदभार ग्रहण करने के अवसर पर उन्होंने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सशस्त्र बलों के जवानों के सम्मान में राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद, उन्हें वायुसेना मुख्यालय में ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।Delhi | On assuming the office of Vice Chief of Air Staff, Air Marshal AP Singh paid tributes to soldiers who lost life in the line of duty at the National War Memorial. pic.twitter.com/A2YrW6THpQ
— ANI (@ANI) February 1, 2023
आईएएफ के नए उप-प्रमुख के बारे में वो सब कुछ जो आपको जानना चाहिए:-
1) सिंह को 21 दिसंबर, 1984 को भारतीय वायु सेना की फाइटर स्ट्रीम में नियुक्त किया गया था। प्रतिष्ठित सेंट्रल एयर कमांड (CAC) का कार्यभार संभालने से पहले, वह पूर्वी वायु कमान में एक वरिष्ठ एयर स्टाफ ऑफिसर थे।
2) राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज के पूर्व छात्र, सिंह एक मिग 27 स्क्वाड्रन के फ्लाइट कमांडर और कमांडिंग ऑफिसर और एक एयर बेस के एयर ऑफिसर कमांडिंग रहे हैं।
3) वह एक योग्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और एक प्रायोगिक टेस्ट पायलट हैं, जो विभिन्न प्रकार के फिक्स्ड-विंग और रोटरी-विंग एयरक्राफ्ट पर 4,900 घंटे से अधिक की उड़ान भरते हैं। उन्होंने विभिन्न स्तरों पर विमान और सिस्टम परीक्षण प्रतिष्ठान में भी काम किया है।
4) सिंह ने मॉस्को, रूस में मिग 29 अपग्रेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम का नेतृत्व किया है। उन्होंने 'नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर' में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस प्रोजेक्ट डायरेक्टर (फ्लाइट टेस्ट) और साउथ वेस्टर्न एयर कमांड में एयर डिफेंस कमांडर के रूप में भी काम किया है।
5) एयर मार्शल को उनकी 'विशिष्ट' सेवाओं के लिए 2019 में गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा 'अति विशिष्ट सेवा मेडल' से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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