मिल्कीपुर में अखिलेश यादव ने किया बीजेपी की हार का दावा, बोले- इतिहास का सबसे बड़ा उपचुनाव

Akhilesh Yadav
ANI
अंकित सिंह । Jan 18 2025 2:06PM

अखिलेश ने कहा कि प्रदेश, देश और विदेश की मीडिया को भी वहां जाकर देखना चाहिए कि भाजपा सरकार में चुनाव कैसे होते हैं। हम सरकार से यह भी कहना चाहते हैं कि मिल्कीपुर के चुनाव पर सबकी नजर है।

समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने मांग की है कि मिल्कीपुर उपचुनाव निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया इस उच्च-स्तरीय चुनावी मुकाबले पर नजर रख रही है। लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए सपा प्रमुख ने दावा किया कि बीजेपी मिल्कीपुर में अपनी जमीन खो चुकी है। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पीडीए के प्रतिनिधि हैं। समाजवादी पार्टी की ऐतिहासिक जीत होगी। मिल्कीपुर में बड़ा उपचुनाव है। 

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अखिलेश ने कहा कि प्रदेश, देश और विदेश की मीडिया को भी वहां जाकर देखना चाहिए कि भाजपा सरकार में चुनाव कैसे होते हैं। हम सरकार से यह भी कहना चाहते हैं कि मिल्कीपुर के चुनाव पर सबकी नजर है। निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ चुनाव करायें। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव देश के उपचुनावों के इतिहास का सबसे बड़ा चुनाव होगा। इसीलिए हम चाहते हैं कि दुनियाभर के जो जर्नलिस्ट हैं वो इस चुनाव को देखने-समझने-कवर करने आएं। इस चुनाव की केस स्टडी करने के लिए हम दुनिया के बड़े विद्वानों को आमंत्रित करते हैं। 

सपा नेता ने कहा कि मिल्कीपुर का चुनाव PDA बनाम भाजपा के भ्रष्ट तंत्र के बीच का मुक़ाबला है। भाजपा भीतरघात से पहले ही कमज़ोर पड़ गयी है। भाजपा को हराने के लिए किसान, महिला और युवा तैयार बैठे हैं। मिल्कीपुर के चुनाव का रिज़ल्ट एक बड़ा संदेश देकर जाएगा। इस चुनाव के बाद भाजपा का ये भ्रम टूट जाएगा कि कुछ लोग हमेशा उन्हीं को वोट देते हैं। मिल्कीपुर में पीडीए का सौहार्द जीतेगा और साम्प्रदायिक राजनीति हारेगी।

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फैजाबाद (अयोध्या) सांसद अवधेश प्रसाद ने अखिलेश के बयान पर कहा कि भाजपा ने पीडीए को कितना उपेक्षित और अपमानित किया है इसका उदाहरण सरकारी नौकरियों और उनकी पोस्टिंग में देखा जा सकता है। मुझे आशा और विश्वास है कि इस चुनाव में जो भी अधिकारी और कर्मचारी तैनात होंगे, वे सरकार के दबाव में काम नहीं करेंगे और करेंगे निष्पक्ष होकर लोगों को वोट देने में मदद करें। जो मंत्री यहां प्रचार के लिए आए हैं, उनमें से ज्यादातर विधानसभा चुनाव बुरी तरह हार गए हैं। 

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