अमित शाह का तमिलनाडु से दो टूक, न राहुल PM बनेंगे, न उदयनिधि CM, NDA की होगी जीत

अमित शाह ने तमिलनाडु में डीएमके सरकार को सबसे भ्रष्ट बताया और 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर विपक्ष के विरोध को पाखंड करार दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष बेटों को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बनाने में लगा है, जबकि एनडीए राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राहुल गांधी और उदयनिधि की महत्वाकांक्षाएं पूरी नहीं होंगी, एनडीए की जीत निश्चित है।
तमिलनाडु चुनाव को लेकर भाजपा अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। इसी कड़ी में गृह मंत्री अमित शाह ने आज राज्य में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन के शुरूआत में कहा कि मैं राज्य के लोगों को यह बताने आया हूँ कि उपराष्ट्रपति का पद संभालने के बाद, तमिलनाडु का बेटा सीपी राधाकृष्णन राज्यसभा का सभापति बनने जा रहा है। इससे पहले एनडीए ने एपीजे अब्दुल कलाम जी को भी भारत का राष्ट्रपति बनाकर यह सम्मान दिया था। नरेंद्र मोदी जी ने हमेशा तमिलनाडु, तमिल भाषा और तमिल संस्कृति को गौरवान्वित करने का काम किया है।
इसे भी पढ़ें: ‘बीजेपी सरकार आएगी तभी बंगाल में विकास’, कोलकाता में बोले पीएम मोदी, केंद्र का पैसा जनता तक नहीं, TMC के पास जा रहा
शाह ने कहा कि मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ कि उन्होंने प्रतिष्ठित तमिल नेता सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति जैसे प्रतिष्ठित पद के लिए नामित किया है। इसके बाद शाह ने कहा कि पहलगाम में, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने निर्दोष नागरिकों की दुखद जान ले ली। मोदी जी ने देश को दृढ़ता से आश्वस्त किया कि आतंकवादियों और उनके कृत्यों को अंजाम देने वालों, दोनों को परिणाम भुगतने होंगे। ऑपरेशन सिंदूर को अधिकृत करके, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि पाकिस्तान में गहराई तक स्थित आतंकवादी ठिकाने नष्ट कर दिए जाएँ। इसके अलावा, ऑपरेशन महादेव ने पहलगाम में हुए जघन्य हमले के लिए ज़िम्मेदार तीन आतंकवादियों को सफलतापूर्वक मार गिराया।
भाजपा नेता ने कहा कि लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने 130वाँ संविधान संशोधन विधेयक पेश किया। पूरा विपक्ष एकजुट होकर इस विधेयक का विरोध कर रहा है। प्रस्तावित विधेयक में कहा गया है कि अगर किसी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को जेल होती है, तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा। विपक्ष ने इस विधेयक के औचित्य पर सवाल उठाए हैं। हालाँकि, यह उल्लेखनीय है कि DMK के दो वरिष्ठ मंत्री लगभग आठ महीने जेल में रहे और इस दौरान उन्होंने अपने पदों से इस्तीफा नहीं दिया। किसी व्यक्ति का जेल से शासन करना अव्यावहारिक और अनुचित है। उन्होंने कहा कि यहाँ तक कि DMK इस विधेयक को "काला विधेयक" बताकर इसकी आलोचना कर रहा है, मैं स्टालिन जी को याद दिलाना चाहूँगा कि अनैतिक कार्यों में लिप्त लोगों को ऐसे आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि डीएमके सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकारों में से एक है, जो कई हाई-प्रोफाइल घोटालों में फंसी है। इनमें टीएएसएमएसी शराब घोटाला, रेत खनन घोटाला, परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार और नौकरी के बदले पैसे कांड जैसे कई अन्य घोटाले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में, एनडीए को 18% वोट शेयर मिला, जबकि हमारी सहयोगी पार्टी, AIADMK को 21% वोट मिले। कुल मिलाकर, इस गठबंधन को कुल वोट शेयर का लगभग 39% हिस्सा मिला। एनडीए और AIADMK के बीच यह साझेदारी सिर्फ़ एक राजनीतिक सहयोग नहीं है; यह तमिलनाडु के विकास और प्रगति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता है।
इसे भी पढ़ें: क्या भाजपा में शामिल होंगे डीके शिवकुमार? अटकलों के बीच कांग्रेस नेता ने दिया यह जवाब
उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन तमिलनाडु और पूरे देश के कल्याण के लिए काम करने में असमर्थ है। स्टालिन जी का एकमात्र एजेंडा अपने बेटे के लिए मुख्यमंत्री पद सुरक्षित करना है, जबकि सोनिया गांधी जी का प्राथमिक लक्ष्य अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना है। मैं बिल्कुल स्पष्ट कर दूँ: दोनों ही अपनी महत्वाकांक्षाओं में विफल रहेंगे, क्योंकि एनडीए पूरी तरह से जीत की ओर अग्रसर है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ना राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन सकते हैं और ना ही उदयनिधि मुख्यमंत्री। दोनों जगह एनडीए की जीत पक्की है। मोदी जी की जीत पक्की है।
अन्य न्यूज़












