अचानक दिल्ली के AIIMS पहुंचे Amit Shah, नक्सलियों से मुठभेड़ में घायल 5 सुरक्षाकर्मियों से की मुलाकात

Amit shah
ANI
अंकित सिंह । May 15 2025 7:11PM

पांच सुरक्षाकर्मियों में सीआरपीएफ के तीन कोबरा कमांडो, एक सीआरपीएफ जवान और छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान शामिल है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया और छत्तीसगढ़ और तेलंगाना सीमा पर करेगुट्टा पहाड़ियों में चलाए गए 21 दिनों के नक्सल विरोधी अभियान में घायल हुए सुरक्षाकर्मियों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे। पांच सुरक्षाकर्मियों में सीआरपीएफ के तीन कोबरा कमांडो, एक सीआरपीएफ जवान और छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान शामिल है। 

इसे भी पढ़ें: Vanakkam Poorvottar: Arunachal Pradesh पर China की टेढ़ी नजर को देखते हुए India ने 'पूरी तैयारी' कर रखी है

वे हैं: कोबरा की 204वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट सागर बोराडे, 203वीं कोबरा बटालियन के हेड कांस्टेबल मुनीश चंद शर्मा, 204वीं कोबरा के कांस्टेबल धनु राम, 196वीं सीआरपीएफ बटालियन के कांस्टेबल कृष्ण कुमार गुर्जर और डीआरजी के कांस्टेबल संतोष मुरामी। आपको बता दें कि इस सप्ताह छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर 31 माओवादियों को मार गिराया गया जो भारत के सबसे बड़े माओवादी विरोधी अभियान का परिणाम है। सूत्रों ने बताया कि इस अभियान में 450 आईईडी और 40 हथियार भी बरामद किए गए। अभियान को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। सूत्रों ने बताया कि भारी मात्रा में गोला-बारूद, डेटोनेटर और विस्फोटक उपकरणों के अलावा 12,000 किलोग्राम अन्य सामग्री जैसे कि दवा और बिजली के उपकरण भी जब्त किए गए।

बुधवार को एक एक्स पोस्ट में, शाह ने कहा, "एक समय लाल आतंक से शासित पहाड़ी, अब गर्व से तिरंगा लहराती है", और मार्च 2026 तक माओवाद को खत्म करने के सरकार के संकल्प को रेखांकित किया। शाह ने कहा कि नक्सल मुक्त भारत के संकल्प में एक ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सलवाद के विरुद्ध अब तक के सबसे बड़े ऑपरेशन में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कुर्रगुट्टालू पहाड़ (KGH) पर 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया। जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहाँ आज शान से तिरंगा लहरा रहा है। कुर्रगुट्टालू पहाड़ PLGA बटालियन 1, DKSZC, TSC & CRC जैसी बड़ी नक्सल संस्थाओं का एकीकृत मुख्यालय था, जहाँ नक्सल ट्रेनिंग के साथ-साथ रणनीति और हथियार भी बनाए जाते थे।

इसे भी पढ़ें: नक्सल रोधी अभियान में ऐतिहासिक सफलता मिली, भारत का 31 मार्च तक नक्सलवाद से मुक्त होना तय : शाह

अमित शाह ने कहा कि नक्सल विरोधी इस सबसे बड़े अभियान को हमारे सुरक्षा बलों ने मात्र 21 दिनों में पूरा किया और मुझे अत्यंत हर्ष है कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों में एक भी हानि नहीं हुई। खराब मौसम और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में भी अपनी बहादुरी और शौर्य से नक्सलियों का सामना करने वाले हमारे CRPF, STF और DRG के जवानों को बधाई देता हूँ। पूरे देश को आप पर गर्व है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम नक्सलवाद को जड़ से मिटाने के लिए संकल्पित हैं। मैं देशवासियों को पुनः विश्वास दिलाता हूँ कि 31 मार्च 2026 तक भारत का नक्सलमुक्त होना तय है।

All the updates here:

अन्य न्यूज़