आंध्र प्रदेश का कर राजस्व नौ फीसदी बढ़ा, लेकिन घाटा 803.72 फीसदी उछला

Indian Economy

कैग की तरफ से जारी राज्य के बहीखातों के ताजा आंकड़ों में 1,28,805 करोड़ रुपये का राजस्व व्यय दिखाया गया है, जिसमें ऋण के ब्याज भुगतान के रूप में 13,779 करोड़ रुपये शामिल हैं।

अमरावती| नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) ने कहा कि आंध्र प्रदेश का कर राजस्व वित्त वर्ष 2021-22 के पहले आठ महीनों में इससे पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 16,372.97 करोड़ रुपये अधिक था, लेकिन उसका राजस्व घाटा नवंबर के अंत तक 803.72 प्रतिशत के चिंताजनक स्तर तक बढ़ गया।

कैग की रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश की राजस्व प्राप्तियां अप्रैल-नवंबर 2021 के दौरान 8.82 प्रतिशत बढ़कर 88,618.58 करोड़ रुपये हो गईं।

इसके बावजूद राजय सरकार ने 49,570.31 करोड़ रुपये उधार लिए जो समूचे वित्त वर्ष के लिए 37,029.79 करोड़ रुपये के बजट अनुमान के मुकाबले 133.87 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाता है।

कैग की तरफ से जारी राज्य के बहीखातों के ताजा आंकड़ों में 1,28,805 करोड़ रुपये का राजस्व व्यय दिखाया गया है, जिसमें ऋण के ब्याज भुगतान के रूप में 13,779 करोड़ रुपये शामिल हैं।

राज्य ने इस वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में कल्याणकारी योजनाओं पर 61,746.91 करोड़ रुपये खर्च किए। कैग के मुताबिक, अब आंध्र प्रदेश सरकार की कुल उधारियां एवं देनदारियां 6,35,265.63 करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गई हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़