अंबेडकर को इतिहास से ओझल करने पर माफी मांगेंः मोदी

महू। कांग्रेस की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर के नजरिये को इतिहास से ओझल करने वाले लोगों को अपने किये पर पछतावा होना चाहिये। लेकिन पछतावे की बजाय इन लोगों को राजग सरकार द्वारा अम्बेडकर की प्रेरणा से कार्य करने से परेशानी हो रही है। मोदी ने अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर उनकी जन्मस्थली महू में आयोजित समारोह में कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, ‘‘पिछले 60 साल में इस देश में सरकारें बहुत आईं लेकिन अम्बेडकर की याद में दिल्ली के 26 अलीपुर रोड पर स्मारक बनाने का सौभाग्य हमें मिला। क्या हमने पिछले 60 साल में किसी को अम्बेडकर का स्मारक बनाने से रोका था, लेकिन आज हम जब अम्बेडकर की प्रेरणा से कार्य कर रहे हैं तो आपको परेशानी हो रही है, जबकि आपको पछतावा होना चाहिये। आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अम्बेडकर हमारे लिये श्रद्धा और संकल्प के स्तोत्र हैं। मेरे जैसा एक ऐसा व्यक्ति जिसकी मां एक जमाने में आस-पड़ोस में लोगों के घरों में काम करती थी, वह आज देश का प्रधानमंत्री है। इसका श्रेय अम्बेडकर और उनके रचित संविधान को ही जाता है।’’ कांग्रेस पर इशारों ही इशारों में निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग पिछले छह दशकों से खुद को गरीबों के मसीहा के रूप में प्रस्तुत करते रहे हैं। ऐसे लोगों की जुबान पर दिन रात गरीब शब्द रहता है। लेकिन इस बात का हिसाब किताब चौंकाने वाला है कि इन लोगों ने गरीबों के विकास के लिये हकीकत में क्या किया है। मैं ऐसे लोगों की ज्यादा चर्चा करके अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहता। मेरा ध्यान केवल इस बात पर केन्द्रित है कि मैं गरीबों के हित में क्या क्या कर सकता हूं।’’ मोदी ने अम्बेडकर की विचारधारा के मुताबिक सामाजिक समरसता पर जोर देते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने समाज के टुकड़े करने के अलावा कुछ नहीं सोचा है।
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