CBI ने राज्यों को ट्रोजन के बारे में किया अलर्ट, कोविड-19 की जानकारी देने के नाम पर चोरी कर रहा डेटा

cbi

सेरबेरस नाम के इस बैंकिंग ट्रोजन का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराधी करते हैं। वे नोवेल कोरोना वायरस महामारी का फायदा उठाकर इससे संबंधित सामग्री भेजने के बहाने लोगों को वायरस युक्त लिंक डाउनलोड करने को कह रहे हैं। सीबीआई ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों तथा केंद्रीय एजेंसियों को बैंकिंग ट्रोजन सॉफ्टवेयर के बारे में सतर्क किया है।

नयी दिल्ली। सीबीआई ने डेटा चोरी करने वाले सॉफ्टवेयर सरबेरस के बारे में इंटरपोल की एक सूचना के आधार पर पुलिस बलों और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह सॉफ्टवेयर सरबेरस स्मार्टफोन उपभोक्ताओं को कोविड-19 से संबंधित गलत लिंक डाउनलोड करने के लिए एसएमएस आदि भेजकर लुभाता है जिनमें वायरस होते हैं। फिर मोबाइल से डेटा चोरी करता है। 

इसे भी पढ़ें: विश्व बैंक का अनुमान, 6 करोड़ लोग गरीबी के दलदल में फंसेंगे, 100 देशों को 160 अरब डॉलर की सहायता देने की घोषणा

सेरबेरस नाम के इस बैंकिंग ट्रोजन का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराधी करते हैं। वे नोवेल कोरोना वायरस महामारी का फायदा उठाकर इससे संबंधित सामग्री भेजने के बहाने लोगों को वायरस युक्त लिंक डाउनलोड करने को कह रहे हैं। ट्रोजन एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो दिखने में तो सही लगता है, लेकिन यदि इसे चलाया जाता है तो इसके नकारात्मक प्रभाव होते हैं और इसका इस्तेमाल हैकर कर सकते हैं। अधिकारियों के मुताबिक सीबीआई ने वैश्विक जानकारी मिलने के बाद सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस बलों तथा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के इंटरपोल संपर्क अधिकारियों को दिये संदेश में सीबीआई ने कहा कि बैंकिग ट्रोजन मुख्य रूप से क्रेडिट कार्ड नंबर जैसे वित्तीय डेटा की चोरी कर सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़