Bharat Jodo Yatra अंतिम चरण में कश्मीर पहुंची, प्रियंका गांधी, महबूबा मुफ्ती पदयात्रा में शामिल हुईं

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कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शनिवार को अपने अंतिम पड़ाव कश्मीर में दाखिल हुई और पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी इस पदयात्रा में उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)प्रमुख महबूबा मुफ्ती शामिल हुईं, जिन्होंने इसे ‘खुली हवा में सांस लेने की पहल’ करार दिया।

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शनिवार को अपने अंतिम पड़ाव कश्मीर में दाखिल हुई और पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी इस पदयात्रा में उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)प्रमुख महबूबा मुफ्ती शामिल हुईं, जिन्होंने इसे ‘खुली हवा में सांस लेने की पहल’ करार दिया। राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपुरा स्थित चुरसू से शनिवार सुबह करीब नौ बजकर 20 मिनट पर अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ फिर से शुरू की।

एक दिन पहले पार्टी की ओर से सुरक्षा चूक का आरोप लगाने के बाद यात्रा को अनंतनाग जिले में अस्थाई रूप से रोक दिया गया था। आरोपों पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा था कि जितने लोगों की उम्मीद थी, उससे कहीं अधिक भीड़ जुटने की वजह से सुरक्षा संसाधनों पर दबाव बढ़ गया और ऐसा प्रतीत हुआ कि राहुल गांधी की यात्रा के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं। हालांकि, शनिवार को पार्टी ने कहा कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और सुरक्षाबलों ने यात्रा शुरू होने के स्थान पर जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया है और केवल अधिकृत वाहनों को ही जाने दिया जा रहा है।

राहुल गांधी के आस-पास तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। अवंतीपुरा में शनिवार को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती और उनकी मां गुलशन नजीर भी राहुल के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती नजर आईं। महबूबा मुफ्ती की पार्टी के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में यात्रा में शामिल हुए। शनिवार को बड़ी संख्या में महिलाएं भी यात्रा में शामिल हुईं।

नजीर ने केवल 10 मिनट तक पदयात्रा की जबकि महबूबा और उनकी बेटी राहुल गांधी के साथ पदयात्रा करती हुई लेथपुरा तक गईं, जहां पर यात्रा चाय विराम के लिए रुकी। मुफ्ती नेकहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कश्मीर के लिए ताजा हवा के झोंके की तरह है, क्योंकि 2019 के बाद उसने इतनी बड़ी संख्या में लोगों को अपने घरों से निकलने का मौका दिया है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त, 2019 को पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया था और उसे दो संघ शासित प्रदेशों में बांट दिया था।

पीडीपी ने ट्वीट किया है, ‘‘राहुल गांधी की यात्रा कश्मीर में ताजा हवा के झोंके की तरह है। 2019 के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है, जब इतनी बड़ी संख्या में कश्मीरी बाहर आ रहे हैं। उनके साथ चलना अच्छा अनुभव रहा।’’ योगेंद्र यादव के नेतृत्व में नागरिक संस्थाओं की एक टुकड़ी भी सुबह यात्रा में शामिल हुई। बाद में राहुल गांधी के साथ पदयात्रा में प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं और पम्पोर के गलंदर इलाके तक गईं, जहां से दोनों श्रीनगर के बाहर स्थित पंथाचौक के लिए रवाना हुए, जहां पर उनके रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद हजारों की संख्या में लोग अवंतीपुरा से पम्पोर तक पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की एक झलक पाने के लिए श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के दोनों ओर खड़े थे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सफेद टी-शर्टके ऊपर कुछ समय के लिये एक हाफ जैकेट पहन रखी थी और तापमान चार डिग्री होने की वजह से सिर पर टोपी पहनी थी। रास्ते में राहुल गांधी ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया और कई लोगों से हाथ मिलाया और बच्चों को गले लगाया।

यहां तक कि एक स्थान पर यात्रा पर कैंडी (टॉफी) बरसाए गए। सुरक्षा बलों के लिए भीड़ को संभालना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने बिना किसी असुविधा के यात्रा में आई भीड़ का प्रबंधन किया। राहुल को शुक्रवार को काजीगुंड क्षेत्र में अपनी यात्रा रोकनी पड़ी थी, क्योंकि सुरक्षा बल बनिहाल सुरंग के इस तरफ इकट्ठा हुई भारी भीड़ को प्रबंधित करने में विफल रहे थे। इसी सुरंग से यात्रा ने कश्मीर घाटी में प्रवेश किया था। इसके बाद राहुल बमुश्किल 500 मीटर भी नहीं चल सके थे।

राहुल के सुरक्षाकर्मियों ने उनसे यात्रा रोकने के लिए कहा, क्योंकि भारी भीड़ को संभालने के लिए पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थे। इसके बाद, राहुल कार से अनंतनाग जिले के खानबल पहुंचे, जहां उन्होंने रात्रि विश्राम किया। शनिवार कोराहुल ने पुलवामा में यात्रा कुछ मिनट रोककर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उस स्थान पर पुष्पांजलि अर्पित की, जहां चार साल पहले फरवरी 2019 में जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले में शामिल बस को निशाना बनाया था।

इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। बाद में उन्होंने पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘आज, पुलवामा के 40 वीर शहीदों को उनके शहादत स्थल पर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। देश के हर जवान की जान बेशकीमती है। भारत उनकी कुर्बानी को कभी नहीं भुला पाएगा।’’ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का आगाज़ पिछले साल सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से हुआ था।

शनिवार को यह श्रीनगर के बाहरी हिस्से में स्थित पंथा चौक पहुंची। पंथा चौक पर रात्रि विश्राम के बाद ‘भारत जोड़ो यात्रा’ रविवार सुबह आगे बढ़ेगी और शहर के बोलेवार्ड रोड पर नेहरू पार्क के पास समाप्त होगी। राहुल सोमवार को एमए रोड पर स्थित कांग्रेस मुख्यालय में तिरंगा फहराएंगे, जिसके बाद एस के स्टेडियम में एक जनसभा होगी। इस जनसभा में 23 विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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