भवानी सिंह पठानिया ने कहा रोजगार ,युवा और महिला पर रहेगा उनका फोकस

Bhawani Singh Pathania

कांगडा जिला के फतेहपुर में होने जा रहे विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट के दोवदार के रूप में उभरे भवानी सिंह पठानिया जो कि दिवंगत कांग्रेस विधायक सुजान सिंह पठानिया के बेटे है। ने बताया कि फतेहपुर पंजाब से सटा हल्का है। यहां हर बार चुनावों में खासी गहमागहमी रहती है। इस बार भी है। लेकिन वह अलग तरीके से चुनाव लडेंगे।

शिमला।  कांगडा जिला के फतेहपुर में  होने जा रहे विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट के दोवदार के रूप में उभरे भवानी सिंह पठानिया जो कि दिवंगत कांग्रेस विधायक सुजान सिंह पठानिया के बेटे है। ने बताया कि फतेहपुर पंजाब से सटा हल्का है। यहां हर बार चुनावों में  खासी गहमागहमी रहती है। इस बार भी है। लेकिन वह अलग तरीके से चुनाव लडेंगे। उन्होंने कहा कि विरोधी क्या बोलते हैं उस पर मैं कभी ध्यान हीं देता वह क्या बोलते हैं उस पर ध्यान देने की जरूरत ही नहीं। मुझे अपना काम करना है।

कांग्रेस मान कर चल रही है कि इस बार उपचुनाव में भवानी सिंह पठानिया को मैदान में उतारा जाता है। तो सहानूभूति लहर का लाभ पार्टी को मिलेगा।  यही वजह है कि उन्हें मैदान में उतारने की तैयारी है। भवानी सिंह इसको लेकर तैयार भी हैं। उनके इलाके में लगातार दौरे हो रहे है। अपनी सभाओं में जाति धर्म संप्रदाय से उपर उठकर लोगों से मतदान करने की अपील कर रहे हैं। व कहते हैं कि नेता हर बार बिजली पानी की बातें कर असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाते हैं लेकिन अब रोजगार युवा और महिला की ही बात होगी।  हम रोजगार के अवसर पैदा कर बेरोजगारी खत्म करने का प्रयास करेंगे। इसका लाभ युवा और महिला दोनों को होगा।  महिला आत्मनिर्भर होगी तो समाज खुशहाल होगा।

चुनावी तैयारी को लेकर कांग्रेस नेता भवानी सिंह पठानिया ने कहा कि वह चुनाव मैदान में डटे हैं । चुनाव की घोषणा से पहले वह अपने इलाके के 345 गांवों में लोगों से मिलने की कोशिश में जुटे है। उन्होंने कहा कि राजनिति में अपनी मर्जी से नहीं आये है। न ही परिवारवाद वाली बात उनके मामले में है। पठानिया ने कहा कि ’पहली बात तो ये कह दूं कि मेरे पिताजी की वसीयत में कहीं नहीं लिखा कि मेरा बेटा मेरे बाद चुनाव लड़ेगा। मेरा एक सक्सेसफूल कॉर्पोरेट करियर था। मुझे तो खींचकर राजनीति में लाया गया है और मुझे खींचकर लाने वालों में हैं ब्लॉक प्रमुख ,महिला सेल ,युवा सेल , मुझे जनता की सेवा के लिए लाया गया है। रही बात वरिष्ठ नेताओं के नाराज होने की तो देखिए अभी टिकट तो निश्चित हुआ नहीं है, टिकट तो निश्चित तब होगा, जब यहां चुनाव होना निश्चित होगा। वैसे टिकट के लिए तो बात करना पार्टी के हर नेता का हक है।’

भवानी सिंह पठानिया ने आगे कहा कि ’अब टिकट किसको मिलेगा या नहीं मिलेगा इस बारे में फैसला तो पार्टी ही करती है, रही बात मेरी तो, मैं तो किसी से लड़ा नहीं हूं और ना ही मैंने किसी के खिलाफ कोई बयानबाजी की है। रही बात लोगों के नाराज होने की तो मैं किसी की बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देता क्योंकि मैं सिर्फ अपना काम करता हूं और अपने काम के अलावा किसी और की बातों और बयानों को सुनता नहीं हूं क्योंकि मेरा मानना है कि अगर और किसी पर ध्यान दूंगा तो मेरा फोकस काम से हट जाएगा और वो मैं नहीं चाहता।’ 

उन्होंने कहा कि देश के हालात आज बिगडते जा रहे हैं। रोजगार के अवसर कम होते जा रहे है। लिहाजा हमें स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे। 

उन्होंने कहा कि जनता का प्यार उन्हें मिला तो चुनाव भी जीता जा सकता है। अपने पिता स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के इलाके के विकास में दिये गये योगदान की याद दिलाते हुये भवानी सिंह पठानिया ने कहा कि वह चुनाव मैदान में अपने पिता की सोच को आगे बढायेंगे। युवा और महिला ें को साथ लेकर एंप्लॉयमेंट जनरेशन की कोशिश करेंगे। 

आपको बता दें कि लंबी बीमारी के बाद इसी साल फरवरी में दुनिया को अलविदा कहने वाले पूर्व मंत्री सुजान सिंह पठानिया कांगड़ा जिले में फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता कहे जाने वाले सुजान सिंह पठानिया 7 बार विधायक रह चुके थे। पठानिया साल 1977 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे और इसके बाद वह 1990, 1993, 2003, 2009 में ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव, 2012 और 2017 में फतेहपुर सीट से चुनाव जीते थे। आपको बता दें कि साल 2007 में परिसीमन से पहले फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र ज्वाली कहलाता था।

All the updates here:

अन्य न्यूज़