बिहार के नेता संजय पासवान को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, बनाए जा सकते हैं NCSC के अध्यक्ष
बिहार चुनाव को देखते हुए भी केंद्र सरकार संजय पासवान की नियुक्ति कर रही है। इसके अलावा हाथरस मामले के मद्देनजर केंद्र सरकार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में एक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और चार सदस्यों की नियुक्ति कर सकता है।
भाजपा नेता संजय पासवान को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। माना जा रहा है कि इस पद के लिए लगभग उनका नाम तय हो गया है। हालांकि इस पद के लिए कई बड़े नामों पर विचार किए गए लेकिन आखिर में संजय पासवान के ही नाम पर सहमति बनी। अब संजय पासवान इस पद पर आसीन हो सकते हैं। हालांकि उनके नाम का ऐलान कब किया जाएगा इसको लेकर अभी संशय बना हुआ है। बिहार चुनाव को देखते हुए भी केंद्र सरकार संजय पासवान की नियुक्ति कर रही है। इसके अलावा हाथरस मामले के मद्देनजर केंद्र सरकार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में एक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और चार सदस्यों की नियुक्ति कर सकता है।
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फिलहाल राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष का पद 4 महीने से खाली है। लेकिन बिहार के दलित नेता के नाम पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। पासवान अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे थे और भाजपा के एससी सेल के अध्यक्ष पद पर भी रहे हैं। वर्तमान में वह बिहार में विधान परिषद के सदस्य है। भाजपा उनकी नियुक्ति कर बिहार में दलितों को साधने की कोशिश करेगी। बिहार में दलित राजनीति हमेशा हावी रहती है। ऐसे में बिहार के किसी दलित नेता को आगे कर लाभ उठाया जा सकता है।
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संजय पासवान 2004 तक भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रहे। बाद में उन्होंने कई राजनीतिक दलों का सफर किया जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी शामिल है। 2008 में वह दोबारा बीजेपी में शामिल हो गया। 13वी लोकसभा में उन्होंने नवादा का प्रतिनिधित्व किया। 2005 में उन्होंने आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ा पर कामयाबी नहीं मिली। संजय पासवान बिहार की राजनीति में बड़े दलित चेहरे के रूप में जाने जाते हैं। वह भाजपा के मुखर नेताओं में से भी एक हैं जो नीतीश सरकार पर जमकर हमला करते हैं। इतना ही नहीं, वह भाजपा आलाकमान को भी बिहार में अपने दम पर चुनाव लड़ने की हिदायत देते हैं।
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