BJP ने उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग की दुर्दशा को नजरअंदाज किया : Jairam Ramesh

Jairam Ramesh
प्रतिरूप फोटो
ANI

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के बस्ती में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा की पृष्ठभूमि में बुधवार को गन्ना किसानों की परेशानी का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने चीनी उद्योग की दुर्दशा को नजरअंदाज किया है।

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के बस्ती में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा की पृष्ठभूमि में बुधवार को गन्ना किसानों की परेशानी का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने चीनी उद्योग की दुर्दशा को नजरअंदाज किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को बस्ती में चुनावी सभा को संबोधित किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘श्रावस्ती में शिशु मृत्यु दर उप्र में सबसे अधिक क्यों है? बस्ती के 189 प्राथमिक विद्यालय ख़तरनाक और जर्जर हालात में क्यों हैं? भाजपा ने बस्ती के गन्ना किसानों और चीनी मिलों की उपेक्षा क्यों की है? 

उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है। एक समय में बस्ती में चार चीनी मिल थीं, रुधौली अठदमा बजाज हिंदुस्तान चीनी मिल, बस्ती चीनी मिल, मुंडराव चीनी मिल और कप्तानगंज चीनी मिल। फिर भी, भाजपा सरकार ने गन्ने की क़ीमत बढ़ाने के लिए किसानों की लगातार मांग को नज़रअंदाज़ किया है।’’ 

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रमेश ने दावा किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में क़ीमतें सिर्फ 360 रुपये प्रति क्विंटल हैं, जो पंजाब में 386 रुपए प्रति क्विंटल और हरियाणा में 391 रुपये प्रति क्विंटल से काफ़ी कम है। जो मूल्य वृद्धि हुई है वह भी महंगाई के हिसाब से बहुत कम है।’’ उन्होने कहा, ‘‘किसान अब उर्वरक और कीटनाशकों की बढ़ती लागत के कारण संघर्ष कर रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में खेती का रकबा भी लगभग 4,000 हेक्टेयर कम हो गया है, जो अब चीनी मिलों के लिए समस्या का कारण बन रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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