भाजपा ने अमित शाह की रथ यात्रा स्थगित की, अदालत के आदेश का पालन करेगी
पार्टी की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई की अपील को बृहस्पतिवार को मुख्य न्यायाधीश देबाशीष कारगुप्ता ने ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि सुनवाई शुक्रवार को होगी।
कूचबिहार। भाजपा ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की कूचबिहार में प्रस्तावित रैली और रथयात्रा को स्थगति करने का निर्णय लेते हुए कहा कि वह कलकत्ता उच्च न्यायालय के अंतिम फैसले का इंतजार करेगी जो उसी दिन पार्टी की अपील पर सुनवाई करेगा। पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा एक ‘‘जिम्मेदार राजनीतिक दल’’ है और वह अदालत के आदेश का पालन करेगी। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘रथ यात्रा कार्यक्रम के लिए हमारी सारी तैयारी पूरी हो गई है। अमित शाह भी कल आने के लिए तैयार हैं।’’ उच्च न्यायालय ने इस आधार पर रथ यात्रा आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया कि इससे साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो सकता है।
Cooch Behar,West Bengal: BJP holds protest against attack on BJP leader Dilip Ghosh. Mukul Roy,BJP says,“Today in presence of police, TMC goons attacked him. To condemn the incident,we're on streets to give notice that if such activities continue,it proves Bengal has no democracy pic.twitter.com/YIDFLvKFWo
— ANI (@ANI) December 6, 2018
पार्टी की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई की अपील को बृहस्पतिवार को मुख्य न्यायाधीश देबाशीष कारगुप्ता ने ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि सुनवाई शुक्रवार को होगी। इससे पहले, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि पार्टी शुक्रवार को रैली करेगी लेकिन रथ यात्रा को स्थगित करेगी जो पश्चिम बंगाल में पार्टी का सबसे बड़ा राजनीतिक अभियान बताया जा रहा है।अदालत के आदेश के बाद भाजपा के शीर्ष नेताओं ने यहां पार्टी की रणनीति बनाने के लिए एक आपात बैठक की। न्यायमूर्ति तपब्रत चक्रवर्ती ने साथ ही यह भी कहा कि रैली नौ जनवरी को अगली सुनवाई तक स्थगित की जाती है। विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी ने एकल पीठ के आदेश को चुनौती देने के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय की खंडपीठ का रुख करने का फैसला लिया है।।उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद मेनन, प्रदेश भाजपा नेता मुकुल रॉय और घोष के साथ पार्टी के अगले कदम के लिए आपात बैठक की।
रॉय ने कहा, ‘‘हमारे पास प्लान बी है। खंडपीठ में अदालत के फैसले का इंतजार करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर सरकार कहती है कि हमारे रथ यात्रा निकालने पर वह कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए नहीं रख सकती तो मुझे लगता है कि राज्य में तत्काल राज्यपाल शासन लागू किया जाना चाहिए।’’ उच्च न्यायालय के आदेश की खबर मिलने के बाद भाजपा के खेमे में निराशा फैल गई। रथ यात्रा के लिए व्यापक बंदोबस्त कर लिए गए थे। पार्टी ने इस रथ यात्रा को पश्चिम बंगाल की राजनीति में ‘‘अहम’’ बताया। स्थानीय भाजपा नेता और उस जगह के मालिक जहां कल रैली होनी थी, चीनू कुंडु ने कहा, ‘‘हम तृणमूल कांग्रेस की सभी अड़चनों से निपटते हुए जिले में रथ यात्रा अभियान के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे।’’
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आसपास के जिलों से पार्टी कार्यकर्ता पहले ही कूचबिहार पहुंच चुके हैं और उन्हें निराश लौटना पड़ा। भाजपा युवा मोर्चा के सैकड़ों सदस्य पिछली दो रातों से घटनास्थल और मंच की सुरक्षा कर रहे थे।, राज्य में भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच पोस्टरों के जरिए लड़ाई देखी जा सकती है। भाजपा ने रथ यात्रा कार्यक्रम पर पोस्टर लगाए हैं और तृणमूल ने पोस्टरों में कहा, ‘‘केवल भगवान मदन मोहन रथ पर सवार हो सकते हैं और भाजपा की रथ यात्रा साम्प्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश है।’’ शाह का ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ अभियान शुरू करने का कार्यक्रम था। भाजपा का सात दिसंबर से उत्तर में कूचबिहार से अभियान शुरू करने का कार्यक्रम था इसके बाद नौ दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिला और 14 दिसंबर को बीरभूमि जिले में तारापीठ मंदिर से भाजपा का रथ यात्रा शुरू करने का कार्यक्रम था।
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