राज्यपाल से मिले बीएस येदियुरप्पा, सरकार बनाने का दावा पेश किया
कर्नाटक में बहुमत का पेंच फंसता हुआ दिखाई दे रहा है। BJP सबसे बड़ी पार्टी के रुप में उभरी तो जरूर है पर बहुमत किसी भी पार्टी के पास नहीं है। कांग्रेस ने JDS के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने के फिराक में है।
बेंगलुरु। कर्नाटक में कांग्रेस और जद (एस) के साथ आने के बाद भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा ने आज राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्होंने कांग्रेस और जद (एस) के सरकार गठन के दावे को पिछले दरवाजे से सत्ता में आने की कोशिश करार दिया। वाला से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री अनन्त कुमार के साथ येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा , ‘‘ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। हमने राज्यपाल से हमें राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने का अवसर देने का आग्रह किया है।’’
जद (एस)- कांग्रेस गठजोड़ पर कोई टिप्पणी करने से अनिच्छा दिखाते हुए येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘... हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। हमने कहा है कि हमें अवसर दीजिए , हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे।’’ इससे पहले जद (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी ने कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला को पत्र लिखकर सूचित किया है कि उन्होंने सरकार के गठन के लिए कांग्रेस के समर्थन की पेशकश को स्वीकार कर लिया है।
भाजपा के बहुमत के आंकड़े से थोड़ा पीछे रह जाने के कारण कांग्रेस ने आज नाटकीय घटनाक्रम में जद ( एस ) को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का ऐलान किया। इससे पूर्व आज येदियुरप्पा ने कांग्रेस पर कर्नाटक के जनादेश को पलटने तथा जनता दल सेकुलर ( जदएस ) को सरकार गठन के लिए समर्थन की पेशकश कर पिछले दरवाजे से सत्ता में लौटने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
येदियुरप्पा ने कहा कि राज्य की जनता ने सिद्धरमैया सरकार को पूरी तरह खारिज कर दिया है और बदलाव के लिए जनादेश दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की अगुवाई वाले जद ( एस ) को समर्थन देने की कांग्रेस की पेशकश के शीघ्र बाद प्रदेश में भाजपा नेता ने कहा, ‘‘जनता ने कांग्रेस मुक्त कर्नाटक का जनादेश दिया था।’’ उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर थी और मुख्यमंत्री को चामुंडेश्वरी में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र में करारी हार का मुंह देखना पड़ा।
येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा कांग्रेस द्वारा अपनायी जा रही ‘‘ कुटिल उपायों ’’ की निंदा करती है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस कर्नाटक के जनादेश को पलटने तथा जनता दल सेकुलर को सरकार गठन के लिए समर्थन की पेशकश कर पिछले दरवाजे से सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही है। कर्नाटक की जनता इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी।’’
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