मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में सरस मेला-2022 के समापन समारोह की अध्यक्षता की

Chief Minister

जय राम ठाकुर ने महिलाओं से मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठाने के लिए आगे आने का आह्वान किया, क्योंकि पुरुष लाभार्थियों की तुलना में महिलाओं के लिए अनुदान की राशि अधिक है। उन्होंने कहा कि सरस मेला न केवल स्वयं सहायता समूहों के विभिन्न उत्पादों को बेचने के लिए एक मंच प्रदान करता है, बल्कि इससे विपणन के अवसर भी मिलते हैं।

शिमला      प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अन्तर्गत पिछले 3 वर्षों के दौरान राज्य में विभिन्न स्वरोजगार उद्यम स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रुपये से अधिक धन राशि वितरित की गई है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज धर्मशाला पुलिस मैदान में सरस मेला-2022 के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश के लोगों विशेषकर बेरोजगार युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा करने के लिए बहुत ही परिणामोन्मुखी साबित हुई है।

जय राम ठाकुर ने महिलाओं से मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठाने के लिए आगे आने का आह्वान किया, क्योंकि पुरुष लाभार्थियों की तुलना में महिलाओं के लिए अनुदान की राशि अधिक है। उन्होंने कहा कि सरस मेला न केवल स्वयं सहायता समूहों के विभिन्न उत्पादों को बेचने के लिए एक मंच प्रदान करता है, बल्कि इससे विपणन के अवसर भी मिलते हैं। मुख्यमंत्री ने 10 दिवसीय सरस मेला आयोजित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा उठाए गए प्रभावी कदमों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि स्वयं सहायता समूहों को अगले वित्तीय वर्ष से प्रत्येक को टॉप अप के रूप में 25000 रुपये का अतिरिक्त रिवाल्विंग फंड दिया जाएगा।  

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विधायक विशाल नैहरिया द्वारा धर्मशाला में ग्रीष्मोत्सव को फिर से शुरू करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को ग्रीष्मोत्सव आयोजित करने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने सरस मेले में हिमाचल प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए सभी स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने महर्षि वाल्मीकि स्वच्छता पुरस्कार योजना और बालिका गौरव पुरस्कार योजना के अन्तर्गत जिला कांगड़ा के विकास खंडों को पुरस्कार भी प्रदान किए।

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इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 3.28 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के एमबीए ब्लॉक और राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में   3.76 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग ब्लॉक का शिलान्यास किया। उन्होंने 2.89 करोड़ रुपये की लागत से खनियारा से रक्कड़ वाया तिल्लू नड्डी सम्पर्क सड़क व मनूणी खड्ड पर निर्मित पुल, 1.04 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मॉडल कैरियर सेंटर और 3.63 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित शहरी आजीविका केन्द्र का लोकार्पण किया।

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मुख्यमंत्री ने 24 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले आईएसबीटी धर्मशाला के नजदीक अत्याधुनिक बहुमंजिला पार्किंग, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत धर्मशाला में 4.48 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले सिटी कन्वेंशन सेंटर एवं पार्किंग, धर्मशाला में ई-बसों के लिए 13 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले चार्जिंग स्टेशन सहित सिटी बस डिपो, 5 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले ई-टॉयलेट्स के निर्माण तथा रख-रखाव और 2.29 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले प्री-सेग्रिगेटेड एमएसडब्ल्यू फीड स्टॉक आधारित बायो गैस प्लांट के शिलान्यास किए।

धर्मशाला महाविद्यालय के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यतिथि के रूप में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय डिजिटल दुनिया का दौर इसलिए धर्मशाला महाविद्यालय में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए डिजिटल पुस्तकालय खोला जाएगा।

उन्होंने कहा कि धर्मशाला महाविद्यालय का नाम भी शीघ्र ही किसी प्रसिद्ध महान व्यक्ति के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगामी तीन माह में ईवीएमस वेयरहाउस का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा, इसके बनने के उपरांत ईवीएम को नवनिर्मित वेयर हाउस में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि एशियाई विकास बैंक प्लान के अर्न्तगत धर्मशाला में अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र का निर्माण किया जाएगा, जिस पर 150 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि धर्मशाला ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध गंतव्य  के रूप में अपनी पहचान बनाई है और यह सम्मेलन केंद्र अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों और कार्यक्रमों के आयोजन में मील पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि 207 करोड़ रुपये की लागत से धर्मशाला-मैक्लोडगंज में निर्मित रोप-वे यहां आने वाले पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बन कर उभरा है।

इससे पूर्व, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि 10 दिवसीय सरस मेले के दौरान लगभग 2.50 करोड़ रुपये की बिक्री की गई है। उपायुक्त एवं आयुक्त मन्दिर डॉ. निपुण जिंदल ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक करोड़ 16 लाख 2 हजार रुपये का चैक भी भेंट किया।

उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, सांसद सुरेश कश्यप, धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया, बैजनाथ के विधायक मुल्ख राज प्रेमी, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, नगर निगम धर्मशाला के महापौर ओंकार नैहरिया, जिला परिषद के अध्यक्ष रमेश बराड़, भाजपा के जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण नाग, पुलिस अधीक्षक डॉ. कुशाल शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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