रेडियो अल्फाज़-ए-मेवात को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, जावड़ेकर ने की सराहना

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अल्फाज़–ए–मेवात की डायरेक्टर श्रीमती पूजा मुरादा का कहना है कि “ इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारा मकसद है कि ग्रामीणों को उनके लिए बने कानूनों व अधिकारों से जागरुक करवाना ताकि उन्हें इनका का लाभ मिल सके और यह राष्ट्रीय पुरस्कार सामुदायिक रेडियो का ग्रामीण क्षेत्रों में बसे लोगों के साथ जुड़ाव और सकरात्मक प्रभाव का प्रतीक है। यह पुरस्कार अल्फाज़-ए– मेवात के सभी सामुदायिक रिपोर्टरों और श्रोताओं को समर्पित है।

सहगल फाउंडेशन द्वारा संचालित सामुदायिक रेडियो स्टेशन अल्फाज़-ए-मेवात एफ एम 107.8 को हरियाणा के जिला नूंह एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में कानूनी जागरूकता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने पिछले सप्ताह नई दिल्ली स्थित डॉ. बी.आर. अम्बेडकर इन्टरनेशनल सेंटर में आयोजित सातवें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो सम्मेलन में वर्ष 2018- 2019 के लिए अल्फाज़-ए-मेवात‘ को विषयगत श्रेणी में “कानून की बात” कार्यक्रम के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया। अल्फाज़-ए-मेवात रेडियो की ओर से यह पुरस्कार सहगल फाउंडेशन की संचार निदेशक पूजा मुरादा ने प्राप्त किया. सातवें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो सम्मेलन में पूरे देश से लगभग 250  सामुदायिक रेडियो के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।“कानून की बात कार्यक्रम” में कानूनी विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से कोई भी श्रोता कार्यक्रम के दौरान रेडियो अल्फाज़- ए– मेवात के स्टूडियो नंबर 9813164542  पर फ़ोन करके जुड़ सकता है और संबंधित कानूनी विषयों पर विशेषज्ञ से राय पा सकता है। कार्यक्रम को सक्रिय बनाने के लिए श्रोता कार्यक्रम में अपनी राय भी दे सकते है और बता सकते है अगले कार्यक्रम में वह किस कानूनी विषय के बारे में जानकारी लेना चाहते है इस कार्यक्रम के प्रसारण में हरियाणा विधिक सेवा प्राधिकरण का विशेष सहयोग है। 

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अल्फाज़–ए–मेवात की डायरेक्टर श्रीमती पूजा मुरादा का कहना है कि “ इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारा मकसद है कि ग्रामीणों को उनके लिए बने कानूनों व अधिकारों से जागरुक करवाना ताकि उन्हें इनका का लाभ मिल सके और यह राष्ट्रीय पुरस्कार सामुदायिक रेडियो का ग्रामीण क्षेत्रों में बसे लोगों के साथ जुड़ाव और सकरात्मक प्रभाव का प्रतीक है।  यह पुरस्कार अल्फाज़-ए– मेवात के सभी सामुदायिक रिपोर्टरों और श्रोताओं को समर्पित है। अल्फाज़- ए– मेवातसमुदाय की बात, समुदाय से जुड़ी जानकारी पिछले आठ वर्षोँ से उन तक पहुंचा रहा है और हमें इस बात की खुशी है कि हम सूचना के अभाव को सूचना के प्रभावों में बदल पा रहे हैं।”

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एवं गुड़गांव की चकाचौंध से मात्र 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नूंह जिले के गांवों में डिजिटल इंडिया के इस दौर में भी हर वर्ग के लोग रेडियो सुनकर सारी जानकारियाँ पाते हैं. अल्फाज़-ए- मेवात न केवल समुदाय की महिलाओं से जुड़ा है बल्कि समाज के हर वर्ग बच्चों, किशोरों, किसानों, वृद्धों को विभिन्न रेडियो कार्यकमों के ज़रिये सूचना और जानकारी देकर आत्म- निर्भर बनाने में सहयोग कर रहा है ताकि वे निर्णय लेकर समाज में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। अल्फाज़–ए– मेवात के बारे में: एस एम सहगल फाउंडेशन (गैर सरकारी संगठन) द्वारा 2012 में नूंह के गाँव घागस में सामुदायिक रेडियो  अल्फाज़–ए– मेवात स्थापित किया गया है। रेडियो घाघस से 20 किलोमीटर की परिधि में आने वाले 225 गांवों के ग्रामीणों को रोज विभिन्न सूचनापरक और मनोरंजन कार्यक्रमों का प्रसारण कर जानकारी प्रदान करता है।

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