कांग्रेस ने फिर साधा गुलाम नबी आजाद पर निशाना, गौरव वल्लभ बोले- राज्यसभा सीट जाने के बाद दिव्य ज्ञान की हुई प्राप्ति

gaurav vallabh
ANI
अंकित सिंह । Aug 30 2022 4:22PM

गौरव वल्लभ ने साफ तौर पर कहा है कि जो पार्टी से इस्तीफा देते हैं और 5 पन्नों का पत्र लिखते हैं। उनसे यह सवाल किया जाना चाहिए कि आपको 2021 से पहले यह दिव्य ज्ञान क्यों नहीं आया?

नयी दिल्ली। हाल में ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर निशाना भी साधा था। दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से भी गुलाम नबी आजाद पर जबरदस्त तरीके से पलटवार किया जा रहा है। एक बार फिर से कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद पर पलटवार किया गया है। गुलाम नबी आजाद के ऊपर टिप्पणी करते हुए पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि राज्यसभा की सीट पर संकट आने के बाद गुलाम नबी आजाद को दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई है जिसे अब वह देने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही गौरव वल्लभ ने यह भी बताने की कोशिश की है कि जम्मू कश्मीर के कार्यकर्ता जो पार्टी छोड़ रहे हैं, उसको कांग्रेस ज्यादा महत्व नहीं दे रही है। उन्होंने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में पार्टी अभी भी मौजूद हैं और लोगों के मुद्दे को उठा भी नहीं है। 

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गौरव वल्लभ ने साफ तौर पर कहा है कि जो पार्टी से इस्तीफा देते हैं और 5 पन्नों का पत्र लिखते हैं। उनसे यह सवाल किया जाना चाहिए कि आपको 2021 से पहले यह दिव्य ज्ञान क्यों नहीं आया? पार्टी प्रवक्ता ने गुलाम नबी आजाद पर तंज कसते हुए कहा कि 2021 से पहले आपकी सीट सुरक्षित थी और आप का बंगला भी सुरक्षित था। अब जब सीट पर संकट आ गया है तो दिव्य ज्ञान बढ़ने लगा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान में 4 सितंबर को महंगाई के खिलाफ होने वाली रैली काफी भव्य होगी। इसके साथ ही भारत जोड़ो यात्रा भी काफी सफल रहने वाली है। वल्लभ ने कहा कि आजाद साहब को यह सूचित करना चाहते हैं कि राहुल गांधी चार सितंबर को रामलीला मैदान में रैली कर रहे हैं। सात सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करेंगे। 150 दिनों तक राहुल गांधीदेश के मुद्दों को उठाने और देश को जोड़ने का काम करेंगे। 

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उन्होंने यह दावा भी किया कि इस तरह के आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं ताकि कांग्रेस नरेंद्र मोदी सरकार से जनता के मुद्दों पर सवाल नहीं पूछ सके। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद का राज्यसभा कार्यकाल फरवरी, 2021 में पूरा हुआ था, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें उच्च सदन में नहीं भेजा। कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी से नाता तोड़ लिया था। सोमवार को उन्होंने अपने पुराने दल और उसके नेतृत्व पर तीखा प्रहार करते हुए कहा था कि ‘बीमार’ कांग्रेस को दुआ की नहीं, दवा की जरूरत है, लेकिन उसका इलाज ‘कम्पाउंडर कर रहे हैं।

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