कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह पठानिया ने फतेहपुर उपचुनाव जीता

Bhavani Singh Pathania

फतेहपुर से नवनिर्वाचित विधायक 47 वर्षीय भवानी सिंह पठानिया बीकॉम, एमबीए हैं। 1998 में बलसारा कंपनी में मैनेजमेंट ट्रेनी से करियर शुरू किया । जीई, एसबीआई, पीएनबी मेटलाइफ, आईसीआईसीआई ग्रुप में 23 वर्ष का अनुभव उनके पास है। इस साल पिता की मृत्यु के बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल में एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में आए हैं।

धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगडा के फतेहपुर उपचुनाव के लिए मंगलवार को हुई वोटों की गिनती में कांग्रेस उम्मीदवार भवानी सिंह पठानिया 5789 वोटों से चुनाव जीत गए हैं। 24 चरणों की मतगणना में भाजपा प्रत्याशी बलदेव ठाकुर को 18660, भवानी सिंह पठानिया को 24449, जनक्रांति पार्टी के पंकज दर्शी 375, अशोक सोमल(निर्दलीय) को 295  और निर्दलीय प्रत्याशी डॉ.  राजन सुशांत को 12927 वोट मिले। वहीं उपचुनाव में 389 ने नोटा दबाया। 

 

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गौरतलब है कि लंबी बीमारी के बाद इसी साल फरवरी में पूर्व मंत्री सुजान सिंह पठानिया का निधन होने के बाद सीट खाली हुई थी। पठानिया कांगड़ा जिला में फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट पर पिछली बार विधायक चुने गये थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता कहे जाने वाले सुजान सिंह पठानिया यहां से बार विधायक रह चुके थे। पठानिया साल 1977 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे और इसके बाद वह 1990, 1993, 2003, 2009 में ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव, 2012 और 2017 में फतेहपुर सीट से चुनाव जीते थे। आपको बता दें कि साल 2007 में विधानसभा परिसीमन से पहले फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र ज्वाली कहलाता था। अब सुजान सिंह पठानिया के बेटे भवानी सिंह यहां के विधायक बन गये हैं। 

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फतेहपुर से नवनिर्वाचित विधायक 47 वर्षीय भवानी सिंह पठानिया  बीकॉम, एमबीए हैं। 1998 में बलसारा कंपनी में मैनेजमेंट ट्रेनी से करियर शुरू किया । जीई, एसबीआई, पीएनबी मेटलाइफ, आईसीआईसीआई ग्रुप में 23 वर्ष का अनुभव उनके पास है।  इस साल पिता की मृत्यु के बाद आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल में एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में आए हैं। अपनी नौकरी के साथ पिता के चुनाव में पिछले 20 साल से सक्रिय रहे हैं। 

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