मप्र में कांग्रेस मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करेः सिंधिया
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कहा कि मध्य प्रदेश में डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए कांग्रेस को मुख्यमंत्री का विश्वसनीय चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए।
भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कहा कि मध्य प्रदेश में डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए कांग्रेस को मुख्यमंत्री का विश्वसनीय चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए। सिंधिया खुद भी इसके लिए एक सशक्त दावेदार माने जाते हैं और उनका मानना है कि मुख्यमंत्री का चेहरा प्रोजेक्ट करना और मजबूत संगठन दोनों ही इस चुनाव में कांग्रेस को इच्छित परिणाम हासिल करने के लिए बहुत जरूरी हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक सिंधिया ने यहां साक्षात्कार में बताया, ‘‘मैंने यह पहले भी कहा था और मेरा मानना है कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में पार्टी को मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का विश्वसनीय चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि केवल मुख्यमंत्री का चेहरा प्रोजेक्ट कर दो। हमें अपने संगठन को भी मजबूत करना है। हमें ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाना चाहिए, जो नई ऊर्जा एवं जोश के साथ सभी को एकजुट करने में सक्षम हो।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को हाल ही के चुनाव की तरह मुख्यमंत्री को चेहरा प्रोजेक्ट करना चाहिए। सिंधिया ने बताया कि कांग्रेस ने पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टेन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री का चेहरा प्रोजेक्ट किया था और इसी के कारण वहां पर कांग्रेस सत्ता में आई। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव अगले साल अक्तूबर-नवंबर में होने हैं।
अपने परंपरागत गढ़ चंबल क्षेत्र के अटेर विधानसभा उपचुनाव में हाल ही में कांग्रेस की एकजुटता के कारण पार्टी प्रत्याशी हेमंत कटारे को मिली जीत से प्रफुल्लित सिंधिया ने कहा, ‘‘हमें राजनीति से ऊपर उठकर केवल उसी उम्मीदवार को कांग्रेस का टिकट देना चाहिए, जो जीतने में सक्षम हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें मन में यह नहीं सोचना चाहिए कि यह मेरा उम्मीदवार है या तेरा उम्मीदवार है। हमें आगे बढ़ने के लिए संपूर्ण कांग्रेस पार्टी को एक परिवार के रूप में समझना चाहिए।’’ सिंधिया ने दावा किया कि मध्य प्रदेश की जनता भी भाजपा के शासन से खुश नहीं है और वह भी सत्ता में बदलाव चाहती है।
सिंधिया ने केन्द्र सरकार द्वारा लालबत्ती की वीआईपी संस्कृति समाप्त करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि लालबत्ती की संस्कृति जितनी जल्दी खत्म हो जाय, उतना अच्छा रहेगा। केन्द्र सरकार द्वारा बुधवार को लालबत्ती की वीआईपी संस्कृति समाप्त करने के फैसले पर पूछे गये सवाल पर सिंधिया ने कहा, ‘‘यह अच्छा निर्णय है और मैं इसका स्वागत करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं वर्ष 2007-2014 तक केन्द्रीय मंत्री था, तब मैंने अपने वाहन पर कभी भी लालबत्ती नहीं लगाई। मैं लालबत्ती के खिलाफ हूं।’’ सिंधिया ने आगे कहा, ‘‘यह जितनी जल्दी खत्म हो जाए, उतना अच्छा रहेगा।’’ उन्होंने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति लालबत्ती वाले वाहन को देखता है, तो वह उससे दूर जाने में ही समझदारी समझता है, ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। लोग इसे मुसीबत समझते हैं। सिंधिया ने बताया, ‘‘जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरा मानना है कि हम लोगों के दिलों में जगह पायें और उनसे मिलते-जुलते रहें। लेकिन इन लालबत्तियों ने जनता एवं नेताओं के बीच में दूरी बढ़ा दी है। इसलिए यह अच्छा है कि इन्हें ही खत्म कर दिया जाये।’'
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