पीएम मोदी की रैली से कांग्रेस के गढ़ सोमनाथ में सेंध लगाने की कोशिश में बीजेपी, कांटे की टक्कर के बीच कांग्रेस लगाना चाहेगी हैट्रिक
गुजरात में दो चरणों में चुनाव होना है, जिसमें प्रथम चरण का मतदान एक दिसंबर को होना है। सोमनाथ सीट पर कांग्रेस हमेशा से मजबूत नजर आई है। यहां भाजपा के उम्मीदवारों को काफी कम ही जीत मिलती है। इस सीट पर दो लाख से अधिक मतदाता हैं।
गुजरात की सोमनाथ विधानसभा सीट जूनागढ़ जिले के अंतर्गत आती है। यह सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित की गई है, जहां 2.37 लाख से ज्यादा मतदाताओं की संख्या है। कांग्रेस ने मौजूदा विधायक विमलभाई चुडासमा को टिकट दिया है। इस सीट पर कोली समुदाय के भी मतदाताओं की संख्या अधिक है।
हालांकि ये ऐसी सीट है जो धार्मिक नगरी है और यहां उत्साह और उमंग अलग ही तरह का नजर आता है। विशाल समुद्र तट और जंगल से घिरी सोमनाथ की इस सीट पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 नवंबर को सोमनाथ के दर्शन करने के बाद वेरासाल में रैली की थी। वैसे सोमनाथ सीट पर बीते एक दशक से कांग्रेस पार्टी का कब्जा है। वर्ष 2017 में यहां कांग्रेस के विमलभाई कानाभाई चूडासमा ने जीत दर्ज की थी। दशक भर तक सीट कब्जाने के बाद कांग्रेस इस सीट पर फिर से हैट्रिक लगाने की कोशिश करेगी। वर्ष 2017 में कांग्रेस के विमलभाई कानाभाई चूडासमा ने 20 हजार 450 वोट से सीट पर कब्जा जमाया था। उनके पक्ष में 94 हजार 914 वोट पड़े थे।
इस बार इस सीट पर कांग्रेस के विमल चूड़ासामा, भाजपा के युवा नेता मानसिंह मेरामनभाई परमार (जो कराडिया समुदाय से आते है) और आम आदमी पार्टी के जगमल वाला को चुनाव में उतारा गया है। खास बात है कि जगमल वाला भाजपा के साथ लंबे समय तक जुडे़ रहे हैं। आप की एंट्री से इस बार का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है।
जानते हैं मतदाताओं की संख्या
सोमनाथ विधानसभा सीट सामान्य सीट है, जहां 2.37 लाख से अधिक मतदाता है। इस सीट पर कोली, मुस्लिम, खारवा, कारडीया, अहीर वर्ग के अधिक मतदाता है। इस सीट पर आबादी ग्रामीण और शहरी आबादी में बंटी हुई है। इस सीट पर कोली समुदाय और मुस्लिम वर्ग के लगभग 40 हजार मतदाता है। कराडिया समुदाय के 20 हजार मतदाता हैं।
ऐसा ही सीट का इतिहास
इस सीट का खास इतिहास रहा है कि यहां वर्ष 1975 से 2007 तक सिर्फ एक उम्मीदवार ऐसा रहा जो दो बार विधायक बना, वर्ना यहां की जनता दूसरी बार किसी शख्स को कुर्सी पर नहीं बिठाती है। दूसरी बार भी उम्मीदवार तब विजयी रहा था जब उसने दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ा था। गौरतलब है कि सोमनाथ शहर पर्यटकों के लिहाज से सभी सुविधाओं से युक्त है। सागर तट के पास बना मंदिर हमेशा पर्यटकों से उमड़ा रहता है। इस शहर की अर्थव्यवस्था पर मंदिर अहम भूमिका निभाता है।
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