आवारा कुत्तों को खतरनाक मानना ‘क्रूरता’ है: मुख्यमंत्री सिद्धरमैया

CM Siddaramaiah
ANI

उच्चतम न्यायालय द्वारा दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के अधिकारियों को सभी आवारा कुत्तों को सड़कों से ‘‘जल्द से जल्द’’ स्थायी रूप से आश्रय स्थलों में स्थानांतरित करने के निर्देश देने के बाद आई है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा है कि आवारा कुत्तों को खतरनाक मानकर उन्हें ‘हटाना’ शासन नहीं, बल्कि ‘‘क्रूरता’’ है। उनकी यह टिप्पणी उच्चतम न्यायालय द्वारा दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के अधिकारियों को सभी आवारा कुत्तों को सड़कों से ‘‘जल्द से जल्द’’ स्थायी रूप से आश्रय स्थलों में स्थानांतरित करने के निर्देश देने के बाद आई है।

शीर्ष अदालत ने कहा कि आवारा कुत्तों के काटने से खासकर बच्चों में रेबीज होने का खतरा रहता है जो ‘‘बेहद गंभीर’’ स्थिति है। सिद्धरमैया ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आवारा कुत्तों को उपद्रवी मानकर उन्हें ‘हटाना’ शासन नहीं, बल्कि क्रूरता है। मानवीय समाज ऐसे समाधान खोजते हैं जो लोगों और जानवरों की रक्षा करते हैं।’

उन्होंने कहा, ‘‘बांध्याकरण, टीकाकरण और सामुदायिक देखभाल कारगर होती है। भय से प्रेरित उपाय केवल पीड़ा बढ़ाते हैं, सुरक्षा नहीं।’’ मुख्यमंत्री का यह पोस्ट कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस पोस्ट पर प्रतिक्रिया के रूप में सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली-एनसीआर से सभी आवारा कुत्तों को हटाने का उच्चतम न्यायालय का निर्देश दशकों पुरानी मानवीय और विज्ञान-समर्थित नीति से एक कदम पीछे है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘‘पूरी तरह से आवारा कुत्तों को हटाने का निर्देश क्रूर, अदूरदर्शी है और इसमें करुणा का अभाव है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़