नर्मदा नदी में छोड़े जाएंगे मगरमच्छ, मध्यप्रदेश सरकार संरक्षण के लिए है प्रतिबद्ध: मोहन यादव

Mohan Yadav
ANI

यादव ने कहा कि राज्य में सभी वन्यजीव प्रजातियों के संरक्षण के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में मानव और वन्यजीव एक-दूसरे पर निर्भर हैं।

 मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार मां नर्मदा के पवित्र वाहन माने जाने वाले मगरमच्छों को इस नदी में छोड़ने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रही है। नर्मदा नदी का प्रवाह मगरमच्छों के आवास के लिए बेहद अनुकूल माना जाता है।

मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि बृहस्पतिवार को इन सरीसृपों को नदी में छोड़ा जाएगा। यादव इस उद्देश्य के लिए बृहस्पतिवार को खंडवा जिले के नर्मदानगर का दौरा करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार सभी प्रजातियों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य में वन्यजीवों और जलीय प्रजातियों, जिनमें घड़ियाल और मगरमच्छ शामिल हैं, की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले साल चंबल नदी में घड़ियाल छोड़े गए थे।

यादव ने कहा कि राज्य में सभी वन्यजीव प्रजातियों के संरक्षण के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में मानव और वन्यजीव एक-दूसरे पर निर्भर हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि मगरमच्छों को नर्मदा नदी में ऐसे स्थान पर छोड़ा जाए जहां वे लोगों के लिए कोई खतरा न बनें। उन्होंने कहा कि मगरमच्छों की उपस्थिति मां नर्मदा के लिए शुभ होगी और नदी के जल प्रवाह को मजबूत करेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़