दिल्ली पुलिस ने किया इंटरनेशनल फेक कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 8 लोग गिरफ्तार, कथित सरगना फरार

Delhi Police
ANI
अभिनय आकाश । Nov 20 2025 11:45AM

अधिकारियों के अनुसार, यह रैकेट शानू नाम का एक वांछित अपराधी चला रहा था, जो पहले भी अवैध गतिविधियों में शामिल रहा है। वह छापेमारी से कुछ देर पहले ही फरार हो गया था और फिलहाल फरार है। उसे पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।

दिल्ली पुलिस ने दक्षिण दिल्ली के सतबरी गाँव में चल रहे एक अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है और एक महिला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर एक रिहायशी इमारत से बड़े पैमाने पर अवैध कॉल सेंटर चलाने और वीओआईपी-आधारित कॉलिंग सेटअप, विदेशी डेटाबेस और जाली संचार उपकरणों का इस्तेमाल करके विदेशी नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप है। अधिकारियों के अनुसार, यह रैकेट शानू नाम का एक वांछित अपराधी चला रहा था, जो पहले भी अवैध गतिविधियों में शामिल रहा है। वह छापेमारी से कुछ देर पहले ही फरार हो गया था और फिलहाल फरार है। उसे पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।

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कार्रवाई के दौरान, पुलिस को पता चला कि कॉल सेंटर के लिए इस्तेमाल की गई इमारत शानू के छोटे भाई रेहान उर्फ ​​टिन्नी के नाम पर पंजीकृत थी। अधिकारियों ने बताया कि आगे की जाँच के लिए इमारत को सील कर दिया गया है। मौके से बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए, जिनमें कई कंप्यूटर सिस्टम, मोबाइल फोन, वीओआईपी सॉफ्टवेयर, विदेशी डेटा सेट और धोखाधड़ी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने वाले दस्तावेज़ शामिल हैं।

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पुलिस ने बताया कि यह सेटअप एक वैध अंतरराष्ट्रीय ग्राहक-सहायता केंद्र जैसा दिखने के लिए डिज़ाइन किया गया था। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि इस गतिविधि के पैमाने और अन्य साइबर-धोखाधड़ी नेटवर्कों से उनके संबंधों का पता लगाया जा सके।

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इससे पहले 10 नवंबर को, अपराध शाखा की साइबर सेल ने दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और पंजाब में कई राज्यों में छापेमारी की और कई साइबर धोखाधड़ी गिरोहों पर कार्रवाई की। डिजिटल अरेस्ट और निवेश धोखाधड़ी रैकेट के कई प्रमुख मास्टरमाइंड गिरफ्तार किए गए और दुबई के संचालकों से जुड़े कम से कम 5 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी ट्रेल बरामद किए गए। इसके साथ ही, इस अभियान के दौरान फर्जी फर्मों, म्यूल खातों और ई-कॉमर्स फ्रंट ऑपरेशन का भी खुलासा हुआ। गिरफ्तार किए गए लोगों में कुरुक्षेत्र निवासी सुमित कुमार, अतुल शर्मा, हिसार निवासी राहुल मांडा, जालंधर निवासी वरुण अंचल उर्फ ​​लकी और सारन निवासी अमित कुमार सिंह उर्फ ​​कार्तिक शामिल हैं। इन्हें अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने गुरुग्राम में छापेमारी कर लगभग 552,944 USDT (लगभग 5 करोड़ रुपये) मूल्य के मोबाइल फोन, सिम कार्ड, लैपटॉप, चेक बुक और तीन क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट बरामद किए हैं

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