एएमयू परिसर में हिंसा की सीबीआई जांच की मांग
अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (अमूटा) ने विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार रात दो छात्र गुटों के बीच हुई हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की है। अमूटा की कार्यकारिणी समिति की रविवार रात हुई आपात बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि शनिवार देर रात एएमयू परिसर में हुई वारदात की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिये, क्योंकि केवल इसी जांच से पता लगेगा कि परिसर में हिंसा की इतने बड़े पैमाने पर फैली आग के प्रायोजक और वित्तपोषक कौन लोग थे।
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के विभिन्न छात्रावासों में अवैध तरीके से रह रहे तत्व एएमयू प्रशासन के ही कुछ लोगों की शह पर स्वच्छन्द तरीके से काम कर रहे हैं। प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि एएमयू परिसर में व्याप्त ताजा संकट विश्वविद्यालय प्रशासन के अंदर चल रही वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है। शनिवार की रात मुमताज छात्रावास के एक छात्र पर हमला कर उसका कमरा जलाये जाने को लेकर शनिवार-रविवार की मध्यरात्रि को दो छात्र गुटों के बीच हिंसक संघर्ष में प्रॉक्टर कार्यालय के पास दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एएमयू के एक पूर्व छात्र महताब की मौत हो गयी थी।
इसके अलावा गम्भीर रूप से घायल हुए मोहम्मद वाकिफ नामक युवक को नाजुक हालत के चलते दिल्ली के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया था। वाकिफ एएमयू में दाखिला लेने के लिये परीक्षा की तैयारी कर रहा था। एएमयू के कुलपति जमीरुद्दीन शाह ने इस वारदात को छात्रों के दो गुटों की आपसी रंजिश का नतीजा बताते हुए कहा था कि इस हिंसा में शामिल ज्यादातर लोग या तो पूर्व छात्र अथवा निष्कासित छात्र थे। अगले दो हफ्ते के दौरान एएमयू के विभिन्न छात्रावासों में रैपिड एक्शन फोर्स और स्थानीय पुलिस की मदद से छापा मारकर अवांछित तत्वों को बाहर निकाला जाएगा।
एएमयू परिसर में हुई वारदात को लेकर शाह ने रविवार शाम विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्षों तथा वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक बुलायी। बैठक में शाह ने सम्पूर्ण प्रकरण की जांच किसी ‘बाहय एजेंसी’ से कराने का सुझाव दिया और कहा कि हिंसा भड़काने वाले तत्वों की पहचान के लिये ऐसा करना जरूरी हो गया है। परिसर में फैली अराजकता के दौरान उग्र छात्रों ने प्रॉक्टर कार्यालय भवन को आग लगा दी जिससे वहां रखे लगभग सभी दस्तावेज नष्ट हो गये। छात्रों ने एक जीप तथा करीब छह मोटरसाइकिलें भी जला डालीं। हिंसा इतनी व्यापक थी कि पुलिस को एएमयू परिसर के विभिन्न स्थानों पर स्थिति को सम्भालने में करीब चार घंटे लगे थे।
हिंसा के इस मामले में राजनीति विज्ञान के परास्नातक वर्ग के छात्र मोहसिन इकबाल समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से ज्यादातर लोग एएमयू से बाहर रहने वाले अथवा पूर्व छात्र हैं। इस बीच, पुलिस सूत्रों के मुताबिक एएमयू परिसर में बड़ी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स तथा पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। परिसर में तनावपूर्ण शांति व्याप्त है।
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