ATS की जांच पर देवेंद्र फडणवीस ने उठाए सवाल, कहा- मनसुख हिरेन की हुई है हत्या

Fadnavis
अभिनय आकाश । Mar 17 2021 6:15PM

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 2018 में जिस समय मैं मुख्यमंत्री था उस समय शिवसेना की ओर से दबाव था कि एपीआई सचिन वाजे को फिर एक बार सरकार की सेवा में लिया जाए, पुलिस महकमे में लिया जाए।

मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक कार मिलने और मनसुख हिरेन की मौत के मामले को लेकर महाराष्ट्र नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने जांच को लेकर कई सवाल उठाए। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रिेंस करते हुए कहा कि मुंबई में एंटीलिया के सामने जिलेटिन स्टिक से भरी एक कार पाई गई, उसके बाद जो घटनाएं घटी वो आप सभी के सामने हैं। जिस प्रकार से पुलिस महकमे से इस प्रकार की गाड़ी प्लांट की जाती है और उसके बाद की घटनाओं में इसमें सबसे बड़ी कड़ी मनसुख हिरन का जिस प्रकार से इनका खून किया जाता है ये सभी चीजें मुंबई और महाराष्ट्र के इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुई।

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 फडणवीस ने कहा कि अगर रक्षा करने वाले इस प्रकार से अपराधी तत्व बन जाए तो सुरक्षा कौन करेगा ये सवाल है? सबसे अहम सवाल ये है कि एपीआई सचिन वाजे को नौकरी में वापस क्यों लिया गया? वे 2004 में सस्पेंड हुए, 2007 में वीआरएस दिया और उसके ऊपर इन्क्वारी के चलते वीआरएस एक्सेप्ट नहीं हुआ।

सचिन वाजे के  शिवसेना के साथ बहुत गहरे रिश्ते 

फडणवीस ने कहा कि 2018 में जिस समय मैं मुख्यमंत्री था उस समय शिवसेना की ओर से दबाव था कि एपीआई सचिन वाजे को फिर एक बार सरकार की सेवा में लिया जाए, पुलिस महकमे में लिया जाए। 2008 में सचिन वाजे ने शिवसेना में प्रवेश किया, कुछ समय तक शिवसेना के प्रवक्ता के रूप में उन्होंने काम किया। शिवसेना के साथ बहुत गहरे रिश्ते सचिन वाजे के रहे हैं। 

वाजे के ‘राजनीतिक आकाओं’ का पता लगाया जाना चाहिए : फडणवीस

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को मांग की है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से लदी एसयूवी कार मिलने के मामले से जुड़े कारोबारी मनसुख हिरन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की जांच एनआईए से कराई जाए। उन्होंने कहा कि मामले में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के कर्मचारी सचिन वाजे के ‘राजनीतिक आकाओं’ का पता लगाया जाना चाहिए। वाजे की गिरफ्तारी के कुछ घंटे के बाद ही राज्य सरकार ने मुंबई पुलिस के आयुक्त परमवीर सिंह का तबादला कर दिया। वह (सरकार) इस मामले से निपटने को लेकर आलोचना का शिकार हो रही है। भाजपा नेता फडणवीस ने कहा कि सिंह और वाजे ‘ छोटे लोग’ हैं और केवल उन्हें जिम्मेदार ठहरा कर मामले को सुलझाया नहीं जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कौन है इसके पीछे? उसकी जांच होनी चाहिए। राजनीतिक आका जिन्होंने वाजे को निर्देशित किया, उनका पता लगाया जाना चाहिए।’’ उन्होंने हिरन की हत्या होने की आशंका जताई और आरोप लगाया कि वाजे के कई शिवसेना नेताओं से गहरे संबंध थे। 

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फडणवीस ने खुलासा किया कि वर्ष 2014 से 2019 के बीच उनके नेतृत्व में भाजपा सरकार के दौरानवर्ष 2018 में शिवसेना ने वाजे को बहाल करने के लिए दबाव बनाया था, लेकिन उन्होंने गंभीर आरोप होने की वजह से इनकार कर दिया था। बता दें कि उस सरकार में शिवसेना सहयोगी थी। उन्होंने कहा कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे सहित कई पार्टी नेताओं ने उनसे इस मामले में संपर्क किया। फडणवीस ने कहा कि भारत के सबसे अमीर व्यक्ति के आवास के सामने सुरक्षा खतरे का खुलासा होने के बाद रहस्य गहराता जा रहा है और 1990 का दौर याद आ रहा है जब मुंबई में लोगों ने राजनीति का अपराधीकरण देखा। उल्लेखनीय है कि अंबानी के घर के नजदीक जिलेटिन छड़ के साथ जो एसयूवी कार मिली थी उसका मालिक हिरन था। फडणवीस ने कहा, ‘‘इसके पीछे सुरक्षा खतरे से कहीं बड़ी साजिश है।’’ उन्होंने रेखांकित किया कि कुछ मुठभेड़ विशेषज्ञों से पहले महाराष्ट्र में ‘फिरौती गिरोह’ चलाने को कहा गया था। 

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वाजे को मुठभेड़ विशेषज्ञ कहा जाता है और वर्ष 2004 में उन्हें निलंबित किया गया था। राज्य में शिवसेना के नेतृत्व में महाराष्ट्र विकास अघाडी की सरकार आने के बाद विवादित तरीके से उन्हें बहाल किया गया। फडणवीस ने आरोप लगाया, ‘‘जिलेटिन की छड़ों से भरी कार को पुलिस विभाग ने रखा और उसके बाद मनसुख हिरन जो मामले में अहम कड़ी थे, की हत्या कर दी गई। महाराष्ट्र और मुंबई के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।’’ वाजे के शिवसेना नेताओं से गहरे संबंध होने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि कनिष्ठ अधिकारी होने के बावजूद उन्हें अपराध खुफिया शाखा विभाग में अहम पद दिया गया। उल्लेखनीय है कि अंबानी के आवास के नजदीक विस्फोटक लदी एसयूवी रखने के मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रही है जबकि हिरन के मौत मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही है। 

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