युवाओं का खेती से मोह भंग ना होने दें: कलराज मिश्र

Kalraj Mishra

युवाओं को खेती की ओर आकर्षित करने के लिए कृषि व कृषि आधारित उद्यमों की खातिर कौशल विकास के पाठ्यक्रम आरम्भ करने की आवश्यकता है। मिश्र शुक्रवार को कोरोना वायरस महामारी के बदलते परिदृश्य के तहत कृषि शिक्षा प्रणाली के सुदृढ़ीकरण हेतु रणनीति पर आयोजित वेबिनार को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे।

जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को कहा कि युवाओं का खेती से मोह भंग नहीं होने दिया जा सकता और उन्हें इस ओर आकर्षित किए जाने की जरूरत है। मिश्र ने कहा, यह देखने में आ रहा है कि खेती से युवाओं का मोह भंग हो रहा है। युवाओं को खेती की ओर आकर्षित करने के लिए कृषि व कृषि आधारित उद्यमों की खातिर कौशल विकास के पाठ्यक्रम आरम्भ करने की आवश्यकता है। मिश्र शुक्रवार को कोरोना वायरस महामारी के बदलते परिदृश्य के तहत कृषि शिक्षा प्रणाली के सुदृढ़ीकरण हेतु रणनीति पर आयोजित वेबिनार को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मानव मूल्यों की अवधारणा स्थापित करने के लिये पाठ्यक्रमों में यथा स्थान परिवर्तन करना होगा ताकि युवा, उद्यमी बनने के साथ-साथ उच्च कोटि के कृषि वैज्ञानिक भी बन सकें। मिश्र ने कहा कि गांव उठेगा, तो देश उठेगा। हमारी सोच खाद्य सुरक्षा के साथ किसान की आय दोगुनी करने वाली भी होनी चाहिए। इस मौके पर राज्यपाल ने कृषि मार्गदर्शिका 2020-21 का विमोचन किया। इस वेबिनार से प्रदेश के दो हजार से अधिकछात्र-छात्राएं और कृषि वैज्ञानिक जुड़े। उन्होंने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया की गति रोक दी है। इसने शिक्षा प्रणाली को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है। विद्यालय स्तर की अनेक कक्षाओं के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा प्रोन्नत करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा की परीक्षाएं भी इससे प्रभावित हुई हैं। नया सत्र भी सामान्य स्थितियों की तुलना में विलम्ब से शुरू होगा। ऐसी परिस्थितियों में हमें शिक्षा प्रणाली के सुदृढ़ीकरण के लिए पुनर्विचार करने की जरूरत है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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