आलोचना नहीं सहन कर पाए ददलानी, आप छोड़ी
केजरीवाल सहित कई हलकों से आलोचनाओं के घेरे में आए आम आदमी पार्टी (आप) के समर्थक और संगीतकार विशाल ददलानी ने ‘‘हर तरह के राजनीतिक कार्य..संबंध’’ से दूरी बनाने की घोषणा की।
जैन मुनि तरूण सागर के हरियाणा विधानसभा को संबोधित करने पर अपनी व्यंग्यात्मक टिप्पणी के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई हलकों से आलोचनाओं के घेरे में आए आम आदमी पार्टी (आप) के समर्थक और संगीतकार विशाल ददलानी ने ‘‘हर तरह के राजनीतिक कार्य..संबंध’’ से दूरी बनाने की घोषणा की। ददलानी ने यह भी कहा कि पार्टी छोड़ने का फैसला पूरी तरह उनका अपना है। ‘आप’ के प्रबल समर्थक माने जाने वाले ददलानी ने रविवार को अपना विवादित ट्वीट हटा दिया और माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने ‘‘शांतिप्रिय जैन समुदाय को ठेस पहुंचाकर गलती की है।’’ उन्होंने ट्विटर पर जैन मुनि से भी माफी मांगी।
शनिवार को ददलानी के ट्वीट के बाद केजरीवाल ने उनकी टिप्पणी को गलत बताते हुए कहा था, ‘‘तरूण सागरजी महाराज ना केवल जैनों बल्कि हर किसी के लिए एक परम पूजनीय संत हैं और उनके प्रति अनादर दिखाना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा यह रूकना चाहिए।’’ वहीं दिल्ली के लोकनिर्माण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपने संगीतकार ‘‘दोस्त’’ की तरफ से जैन मुनि से ‘‘क्षमा’’ मांगी। बहरहाल, ददलानी ने कहा कि वह शासन में धर्म के इस्तेमाल के खिलाफ हैं। हरियाणा सरकार ने गत शुक्रवार को जैन मुनि को विधानसभा में ‘कड़वे वचन’ बांचने के लिए आमंत्रित किया था। जैन मुनि निर्वस्त्र थे। आलोचनाओं के बाद संगीतकार ने ट्विटर पर माफी मांगी और पिछला ट्वीट हटा दिया।
ददलानी ने ट्वीट किया, ‘‘बुरा लग रहा है कि मैंने अपने जैन दोस्तों और अरविंद केजरीवाल एवं सत्येंद्र जैन जैसे दोस्तों का दिल दुखाया। मैं इस कारण से अपने सभी सक्रिय राजनीति कार्य, संबंध खत्म करता हूं। मैं एक बार फिर जैन समुदाय और दूसरे नाराज लोगों से माफी मांगता हूं। लेकिन मैं आप सबसे अनुरोध करता हूं कि आप भारत की खातिर शासन में धर्म के इस्तेमाल का समर्थन ना करें।’’ संगीतकार ने कहा, ‘‘मैंने शांतिप्रिय जैन समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचाकर गलती की और माफी मांगने का एकमात्र तरीका मेरे लिए अपना अहं त्यागना है। मैंने गलती की और मैं दिल से इसके लिए माफी मांगता हूं।’’
उन्होंने कहा कि उनसे केजरीवाल सहित किसी ने भी पार्टी छोड़ने को नहीं कहा। ददलानी ने कहा, ‘‘मेरे पार्टी छोड़ने के कारण आप के खिलाफ बहुत कुछ कहा जा रहा है। ना तो केजरीवाल और ना ही किसी और ने मुझसे ऐसा करने को कहा। मैं अपने फैसले खुद लेता हूं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि आप मेरे लिए एक परिवार की तरह है। कृपया केजरीवाल और पार्टी में भरोसा रखें। यह कभी ना भूलें कि केजरीवाल और आप ने हम सबके लिए कितना मुश्किल संघर्ष किया है।’’ गौरतलब है कि 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान काफी लोकप्रिय हुआ ‘पांच साल केजरीवाल’ वाला गाना ददलानी ने ही लिखा था।
अन्य न्यूज़