CM बनने से पहले ही एक्शन में भगवंत मान, पूर्व सांसदों और विधायकों को लेकर किया जारी ये आदेश

राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद भगवंत मान के निर्देश पर एडीजीपी ने सभी पुलिस प्रमुखों को आर्डर जारी करते हुए कहा है कि राज्य के सभी पूर्व मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा वापस ले ली जाए।
पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले ही आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। मान के निर्देश पर राज्य सरकार ने कई वीवीआईपी और बड़ी नेताओं की सरकारी सुरक्षा पर कैंची चला दी है। मान के इस एक्शन से इशारा साफ है कि आने वाले दिनों में सूबे में कई अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
भगवंत मान की तरफ से जो आदेश जारी किए गए हैं उसके अनुसार कांग्रेस और अकाली दल के नेताओं की सुरक्षा वापस लेने का आर्डर दिया गया है। हालांकि पहले से केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर बादल परिवार, कैप्टन अमरिंदर सिंह और चरणजीत सिंह चन्नी को मिली सुरक्षा को वापस नहीं लिया जाएगा।
राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद भगवंत मान के निर्देश पर एडीजीपी ने सभी पुलिस प्रमुखों को आर्डर जारी करते हुए कहा है कि राज्य के सभी पूर्व मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा वापस ले ली जाए। इसके अलावा अलग-अलग सियासी दलों के पूर्व अध्यक्षों की सुरक्षा वापस लेने का भी फरमान जारी किया गया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस विभाग ने जो आदेश जारी किए हैं उसके अनुसार 13 पूर्व मंत्रियों, एक पूर्व स्पीकर, पूर्व डिप्टी स्पीकर सहित कुल 122 लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है। इनमें राज्य के कई पूर्व मंत्री भी हैं। कहा जा रहा है कि लगभग 400 से ज्यादा अलग-अलग बटालियनों कमांडो फोर्स के कर्मचारी इन वी आई पी एस की सुरक्षा में लगे हुए थे। अब इन सभी की सुरक्षा तत्काल प्रभाव से वापस लेने का आदेश जारी किया गया है।
16 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह
बता दें आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान 16 मार्च को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस दौरान आम आदमी पार्टी के दूसरे विधायकों को भी कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई जाएगी। खास बात यह है कि शपथ ग्रहण समारोह नवांशहर जिले के खटकरकलां में आयोजित किया जाएगा।
92 सीटें जीतकर बहुमत में आई आम आदमी पार्टी
गौरतलब है कि पंजाब में 117 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 92 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है, जबकि कांग्रेस 18 सीटों पर सिमट गई है। वहीं शिरोमणि अकाली दल के खाते में 3 और बीजेपी को दो और बसपा को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा। इसके अलावा एक सीट निर्दलीय की झोली में गई है।
अन्य न्यूज़













