Venkaiah Naidu Birthday: 74 साल के हुए पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, छात्र जीवन से शुरू किया था राजनीति सफऱ

देश के पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आज यानी की 1 जुलाई को अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। वेंकैया नायडू ने छात्र जीवन से ही राजनीति में अपनी सक्रियता शुरू कर दी थी। वहीं इमरजेंसी के विरोध में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
देश के पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आज यानी की 1 जुलाई को अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। बता दें कि साल 2017 को उपराष्ट्रपति चुने जाने से पहले वह मोदी कैबिनेट में मंत्री भी थे। वेंकैया नायडू बीजेपी के प्रमुख नेता रहे हैं। साल 2002 से 2004 तक उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर भी कार्य किया है। इसके अलावा वेंकैया नायडू अटल सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर वेंकैया नायडू के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और शिक्षा
आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के चावतापलेम में 1 जुलाई 1949 को वेंकैया नायडू का जन्म हुआ था। यह उस दौरान मद्रास में स्थित था। वहीं वर्तमान में यह आंध्र प्रदेश में है। नायडू अपने छात्र जीवन से ही काफी जुझारू किस्म के थे। छात्र जीवन से उन्होंने अपनी राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी। नायडू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्वयंसेवक के अलावा कॉलेज के दिनों से ही ABVP में शामिल हो गए थे। इस दौरान उनको आंध्र विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।
साल 1972 में जय आंध्र आंदोलन में वेंकैया नायडू ने अहम भूमिका निभाई थी। जिसके कारण वह सुर्खियों में आए थे। फिर साल 1974 में नायडू आंध्रप्रदेश में जयप्रकाश नारायण छात्र संघर्ष समिति की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई के संयोजक पद पर रहे। इमरजेंसी के विऱोध में वेंकैया नायडू को जेल में डाल दिया गया था।
आंध्र प्रदेश के लोकप्रिय नेता
साल 1978 और 1983 में वेंकैया नायडू नेल्लोर जिले के उदयगिरि निर्वाचन क्षेत्र से दो बार आंध्र प्रदेश विधानसभा के विधायक के तौर पर चुने गए। इस दौरान वह आंध्र प्रदेश में बीजेपी के सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर जाने जाते थे। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। केंद्र की राजनीति में आने के बाद वह दो बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनें। फिर साल 1999 में बाजपेई सरकार में नायडू ग्रामीण विकास के लिए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बने। देश के उपराष्ट्रपति बनने से पहले वेंकैया नायडू मोदी सरकार में संसदीय कार्य मंत्री थे।
केंद्र में रहे मंत्री
जब बाजपेई सरकार में नायडू ग्रामीण विकास के लिए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बनें। तो इस दौरान उन्होंने ग्रामीण विकास में सुधारों के लिए आक्रामक रूप से जोर देने का काम किया। नाय़डू को इस शुरू की गई कई योजनाओं जैसे 'प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना' के लिए भी जाना जाता था। साल 2014 के आम चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद नायडू ने 26 मई 2014 में शहरी विकास और संसदीय मामलों के मंत्री का कार्यभार संभाला। वहीं साल 2017 में उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए वेंकैया नायडू ने मंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया था। जिसके बाद वह देश के 13वें उपराष्ट्रपति बने थे।
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