भाजपा का सामान्य कार्यकर्ता भी हुड्डा को हरा सकता हैः मनोहर लाल खट्टर

भाजपा और कांग्रेस, दोनों ने ही तीन नवंबर को इस सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया है। बरोदा विधानसभा सीट इस साल अप्रैल में कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से खाली हो गई है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि अगर खट्टर की अगुवाई वाली सरकार अपने प्रदर्शन को लेकर इतनी ही विश्वस्त है तो मुख्यमंत्री को उपचुनाव लड़ना चाहिए। खट्टर ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले साल जनवरी में भी जींद उपचुनाव में एक“ प्रयोग“ किया था लेकिन उसे हार का मुंह देखना पड़ा था। हुड्डा द्वारा बरोदा उपचुनाव लड़ने की चुनौती देने को लेकर खट्टर से टिप्पणी करने को कहा गया तो मुख्यमंत्री ने कहा, “उन्होंने पहले भी एक प्रयोग किया था जब उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के नेता (रणदीप सिंह सुरजेवाला) को उतारा था। हम इस बार भी कह रहे हैं कि उन्हें (बरोदा में) एक और प्रयोग करना चाहिए।’’मैं मनोहर लाल संकल्प लेता हूँ कि मैं #COVID19 के बारे में सतर्क रहूँगा और इससे जुड़े खतरों को हमेशा ध्यान में रखूँगा। इस घातक विषाणु के प्रसार को रोकने सम्बन्धी सभी आवश्यक सावधानियां बरतूंगा।
— Manohar Lal (@mlkhattar) October 12, 2020
हम एक साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीतेंगे।https://t.co/GEkMeVSXok pic.twitter.com/MrXOXpMIYW
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खट्टर ने यह कहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री की चुनौती को खारिज कर दिया कि भाजपा का सामान्य सा कार्यकर्ता भी बरोदा से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हराने में सक्षम है। हुड्डा ने कहा था, “यह सरकार सभी मोर्चों पर विफल हो चुकी है। पिछले छह साल के दौरान, उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र (बरोदा) की उपेक्षा की और अब वे विकास की बात करते हैं, लेकिन लोग उनका असली चेहरा देख चुके हैं तथा उन्हें उपचुनाव में सबक सिखाएंगे।
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