राहुल गांधी सिर्फ ट्वीट करना जानते हैं, उन्हें आंकड़ों की समझ नहीं: गोपाल कृष्ण अग्रवाल

Gopal Krishna Aggarwal
अंकित सिंह । Nov 7 2020 1:02PM

कृषि कानूनों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित होगा और किसान आर्थिक तरक्की कर पाएंगे। उन्होंने एमएसपी को कम करने की बात को खारिज करते हुए कहा कि इससे किसानों को नहीं, बल्कि बिचौलियों को नुकसान होगा।

प्रभासाक्षी के खास कार्यक्रम 'जनता मांगे जवाब' में आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल शामिल हुए। 'क्या वाकई अर्थव्यवस्था में आ रही है तेजी?' विषय पर बातचीत करते हुए उन्होंने प्रभासाक्षी की तरफ से दागे जा रहे सवालों का खुलकर जवाब दिया। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस और विपक्ष पर भी पलटवार किया। इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी कम पढ़े लिखे हैं और उन्हें आंकड़ों की समझ नहीं है। आत्मनिर्भर भारत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य यह है कि हमारा उद्योग वैश्विक और क्षेत्रीय दोनों में प्रतिस्पर्धा कर सके। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब अपने उद्योगों को मजबूती प्रदान करना है। नए उद्योग के खोलने के अलावा हम क्लस्टर को भी मजबूत कर रहे है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इससे इंपोर्ट पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

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कृषि कानूनों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित होगा और किसान आर्थिक तरक्की कर पाएंगे। उन्होंने एमएसपी को कम करने की बात को खारिज करते हुए कहा कि इससे किसानों को नहीं, बल्कि बिचौलियों को नुकसान होगा। यही कारण है कि नए कृषि कानूनों का विरोध विपक्ष की ओर से किया जा रहा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास यह क्षमता है कि वह कृषि क्षेत्र में इतने बड़े बदलाव को लेकर आए हैं। पहले की सरकारों में यह ताकत नहीं थी।

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गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने विपक्ष के इस आरोप का भी जवाब दिया कि क्या सरकार उद्योगपतियों की पदद करती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उद्योग का समर्थन या फिर उन्हें मजबूत नहीं करेगी तो फिर रोजगार को कैसे बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि प्राइवेट इन्वेस्टमेंट के लिए कंपनी को मजबूत करना पड़ेगा। भाजपा सरकार प्रो मार्केटिंग में विश्वास रखती है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि वैश्विक मंदी के कारण हमारी अर्थव्यवस्था को भी नुकसान हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा को अवसर में बदलने का मंत्र दिया जिसके कारण कई सारे उद्योग जो चीन में जाना चाहते थे, अब वह वहां से भारत की ओर शिफ्ट हो रहे है। उन्होंने दावा किया कि भारत में ई पेमेंट बढ़ गए हैं, यहां स्टार्टअप हब बन गया है और MSME में आपार संभावनाएं पैदा हुए है, साथ ही साथ नए अवसर भी पैदा हुए है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए-नए तरह के कदम उठा रहे है ताकि देश में निवेश के अवसर को बढ़ाया जा सके।

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रोजगार को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सब को सरकारी नौकरी दे पाना संभव तो नहीं है। यही कारण है कि मुद्रा योजना के जरिए प्रधानमंत्री छोटे-छोटे उद्योगों को शुरू करने में रहे ताकी रोजगार के अवसर को पैदा किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार में अवसर की काम कर रहे हैं और इसके लिए लगातार प्रयासरत भी हैं। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह रोजगार के बहाने लोगों को बरगला रहे है। उन्होंने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि वह सिर्फ ट्वीट करना जानते हैं। उनके पास आंकड़ों के जानकारी नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी पढ़े लिखे नहीं हैं और ऐसे में उन्हें आंकड़ों के समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंक कर्ज वापस ले सके इसके लिए हम मजबूत नीति बनाने में लगे हुए है और इसमें सफलता भी हासिल हो रही है। उन्होंने कहा कि आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने इस बात को स्वीकार किया है कि भारत अगले साल सबसे तेज गति से बढ़ने वाला अर्थव्यवस्था हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने अगर 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है तो उसे हम हर हाल में पूरा करेंगे और इसके लिए केंद्र की सरकार प्रतिबद्ध है। 

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