कोरोना महामारी से किसानों, कामगारों को हुये नुकसान की भरपाई करे सरकार: शरद यादव
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Apr 27 2020 9:46PM
यादव ने सोमवार को एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए पिछले एक महीने से जारी लॅाकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था इस हाल में पहुंच गयी है कि सरकार को कर्मचारियों के भत्तों में कटौती करना पड़ रहा है।
नयी दिल्ली। वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान आजीविका पर पड़े नकारात्मक असर को देखते हुये सरकार से किसानों और कामगारों को हुये नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। यादव ने सोमवार को एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए पिछले एक महीने से जारी लॅाकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था इस हाल में पहुंच गयी है कि सरकार को कर्मचारियों के भत्तों में कटौती करना पड़ रहा है।
उन्होंने सरकार को संकट की इस घड़ी में इस तरह के जनविरोधी फैसले करने से बचने का सुझाव देते हुये कहा, ‘‘कहां पांच हजार अरब डॉलर वाली अर्थव्यवस्था की बात हो रही थी और आर्थिक स्थिति की एक महीने में ऐसी हालत हो गयी कि पेंशनरों और सरकारी कर्मचारियों के भत्ते काटने पड़े। सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए।’’ इस बीच भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अनजान ने भी सरकार से हाल ही में बेमौसम की बारिश से किसानों को हुये भारी नुकसान की भरपायी करने की मांग की है। अनजान ने कहा कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पिछले दो तीन दिनों में हुयी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल व्यापक पैमाने पर बर्बाद हो गयी। उन्होंने सरकार से नुकसान का अविलंब आकलन कर किसानों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है। शरद यादव ने भी लॉकडाउन के दौरान कामगारों और किसानों को हुये नुकसान के लिये सरकार से हर्जाना देने की मांग करते हुये कहा कि निजी क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर और कर्मचारियों के वेतन भत्तों में कटौती की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को कर्मचारियों और किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।कहां 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की बात हो रही थी और आर्थिक स्थिति की एक महीने में ऐसी हालत हो जाए कि पेंशनरों और सरकारी कर्मचारियों के भते काटने पड़े।सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए।इसके इलावा निजी क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर,कर्मचारी की और किसानों की क्षति पूर्ति होनी चाहिए
— SHARAD YADAV (@SharadYadavMP) April 27, 2020
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:
अन्य न्यूज़