फाइनलाइन आर्ट अकैडमी में 'बियॉन्ड द ग्रे' कला प्रदर्शनी का शानदार उद्घाटन

फाइनलाइन आर्ट अकैडमी के संस्थापक आशीष देशमुख ने कहा, "यह केवल रंगों का खेल नहीं है, बल्कि आशावाद और सकारात्मक दृष्टिकोण की जीत है। 'बियॉन्ड द ग्रे' के माध्यम से हम यही सिद्ध करना चाहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति के भीतर एक रंगीन दुनिया छिपी है।
दिल्ली। कला के क्षितिज पर एक नया प्रकाश लेकर, फाइनलाइन आर्ट अकैडमी में 5 अक्टूबर 2025 को 'बियॉन्ड द ग्रे' (Beyond the Grey) समूह कला प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन हुआ। अकैडमी के संस्थापक और निदेशक आशीष देशमुख और ऑपरेशनल हेड स्नेहल सवडदकर के अथक प्रयासों से यह वैचारिक प्रदर्शनी साकार हुई है।
इस समारोह में कला जगत के कई दिग्गजों ने उपस्थिति दर्ज कराई और उभरते कलाकारों के कार्य की प्रशंसा की। गढ़ी स्टूडियोज, ललित कला अकादमी के वरिष्ठ प्रिंटमेकर और प्रसिद्ध कलाकार जयंत गजेरा और फैकल्टी ऑफ आर्ट एंड डिज़ाइन तथा गढ़ी स्टूडियोज के प्रसिद्ध कलाकार फैयाज़ रशीद खान ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कलाकारों को शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर सुदर्शना फाउंडेशन की अध्यक्षा संयुक्ता देशमुख की भी विशेष उपस्थिति रही।
इस प्रदर्शनी की केंद्रीय अवधारणा अत्यंत गहन और रोचक है। कलाकृतियों में आवर्धक लेंस (Magnifying Glass) का प्रतीकात्मक चित्रण किया गया है, जो दर्शकों को बताता है कि यदि दुनिया को एक विशेष दृष्टिकोण से देखा जाए, तभी उसमें रंग और जीवंतता महसूस होती है, अन्यथा बाहरी दुनिया केवल 'राखी' (Grey) और नीरस प्रतीत हो सकती है।
इस नवीन अवधारणा के बारे में बात करते हुए, फाइनलाइन आर्ट अकैडमी के संस्थापक आशीष देशमुख ने कहा, "यह केवल रंगों का खेल नहीं है, बल्कि आशावाद और सकारात्मक दृष्टिकोण की जीत है। 'बियॉन्ड द ग्रे' के माध्यम से हम यही सिद्ध करना चाहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति के भीतर एक रंगीन दुनिया छिपी है। जरूरत है केवल सही लेंस – यानी सकारात्मक दृष्टिकोण – से उसे देखने की। हमारे छात्रों ने अत्यंत रचनात्मकता के साथ इस विचारधारा को कागज़ पर उतारा है, और ये कलाकृतियाँ प्रत्येक दर्शक को अपने दृष्टिकोण पर विचार करने के लिए निश्चित रूप से प्रेरित करेंगी।"
फाइनलाइन आर्ट अकैडमी के छात्रों ने अपनी अनूठी और रचनात्मक कलाकृतियों के लिए उपस्थित लोगों से खूब प्रशंसा प्राप्त की। उनके कार्य में वैचारिक गहराई और सर्जनशीलता को देखकर अतिथि अभिभूत हो गए।
कला प्रेमियों के लिए उभरते कलाकारों की प्रतिभा और विचारों की इस उत्कृष्ट कलाकृति श्रृंखला को देखने का अवसर 15 अक्टूबर 2025 तक उपलब्ध है। कला के इस रचनात्मक प्रयोग को कला रसिकों को अवश्य देखना चाहिए।
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