PM की सुरक्षा से जुड़े दिशानिर्देश नए नहीं, मौजूदा नियम ही दोहराए गए: HMO

Guidelines for safety of PM are not new, the existing rules repeat itself: HMO
गत् 11 जून को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा की समीक्षा की थी और निर्देश दिया था कि अन्य एजेंसियों के साथ विचार - विमर्श कर सभी जरूरी उपाय किए जाएं, ताकि प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जा सके।

 नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को ‘‘अब तक के सबसे बड़े खतरे’’ की बात अधिकारियों द्वारा बताए जाने के एक दिन बाद आज केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि वीवीआईपी के सुरक्षा इंतजामों से जुड़े दिशानिर्देशों को समय - समय पर दोहराने की जरूरत होती है। एक बयान जारी कर मंत्रालय ने कहा कि उसने हाल में सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर रोड शो के दौरान वीवीआईपी के सुरक्षा इंतजामों से जुड़े दिशानिर्देश या मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को दोहराया था। 

बयान के मुताबिक, ‘‘वीवीआईपी की सुरक्षा से जुड़े दिशानिर्देशों को समय - समय दोहराने की जरूरत होती है। यह दिशानिर्देश या एसओपी नए नहीं हैं। पहले से मौजूद दिशानिर्देश दोहराए गए हैं और मंत्रियों या किसी अन्य गणमान्य व्यक्ति का कोई विशेष संदर्भ नहीं दिया गया है।’’ मंत्रालय ने कहा , ‘‘ इन दिशानिर्देशों या एसओपी के जरिए कोई नई बंदिश नहीं जोड़ी गई है और पहले से तय प्रोटोकॉल ही दोहराए गए हैं।’’ 

गत् 11 जून को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा की समीक्षा की थी और निर्देश दिया था कि अन्य एजेंसियों के साथ विचार - विमर्श कर सभी जरूरी उपाय किए जाएं, ताकि प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जा सके।

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