गुजरात : ईडी ने 100 करोड़ रुपये के साइबर धोखाधड़ी मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया

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नियामक जांच से बचने के लिए नकदी हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से भेजी। धन शोधन का यह मामला सूरत पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) द्वारा अक्टूबर 2024 में दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने साइबर अपराध के कई मामलों में धनशोधन की जांच के तहत गुजरात में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी ने एक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी।

साइबर अपराध के इन मामलों में लोगों से कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई। ईडी के सूरत उप-क्षेत्रीय कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत मकबूल अब्दुल रहमान डॉक्टर , काशिफ मकबूल डॉक्टर , महेश मफतलाल देसाई और ओम राजेंद्र पांड्या को हिरासत में लिया है।

आरोप है कि मकबूल डॉक्टर , उसके बेटे काशिफ मकबूल डॉक्टर और बासम मकबूल डॉक्टर के अलावा देसाई, पांड्या और कुछ अन्य लोगों ने विभिन्न साइबर धोखाधड़ी के जरिए लोगों के साथ ‘‘ठगी’’ की थी।

ईडी ने बयान में कहा कि आरोपियों ने ‘‘अपराध से अर्जित आय’’ एकत्रित करने के लिए अपने कर्मचारियों, सहयोगियों और कुछ लोगों के नाम पर बैंक खाते खोले। बयान के अनुसार ‘‘अपराध से अर्जित आय’’ 100 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।

ईडी ने कहा कि इन बैंक खातों के संचालन के लिए आरोपियों ने पूर्व-सक्रिय सिम कार्ड प्राप्त किए और बाद में राशि क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित करके उसका ‘‘शोधन’’ किया और नियामक जांच से बचने के लिए नकदी हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से भेजी। धन शोधन का यह मामला सूरत पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) द्वारा अक्टूबर 2024 में दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।

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