यूक्रेन में फंसे घायल हरजोत सिंह ने कहा- मेरी तबीयत पहले से काफी अच्छी, यहां हालत खराब है

हरजोत सिंह ने बताया कि अब वह ठीक है और पहले से काफी बेहतर महसूस कर रहा है। हरजोत ने कहा कि यह घटना 27 तारीख की है। हम तीन लोगों ने सुरक्षित बाहर निकलने के लिए कैब बुक की। दो चेक प्वाइंट्स के बाद जैसे ही हम तीसरे चेक प्वांइट की तरफ़ बढ़े वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने हमें रोका। उन्होंने कहा कि आज यहां हालात खराब है, आप कल आना।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार जारी है। इन सबके बीच कीव में एक भारतीय छात्र हरजोत सिंह को गोली लगी थी जिसके बाद वह घायल हो गया था। हालांकि इलाज के बाद अब वह होश में आ चुका है और उसने बड़ा बयान भी दिया है। हरजोत सिंह ने बताया कि अब वह ठीक है और पहले से काफी बेहतर महसूस कर रहा है। हरजोत ने कहा कि यह घटना 27 तारीख की है। हम तीन लोगों ने सुरक्षित बाहर निकलने के लिए कैब बुक की। दो चेक प्वाइंट्स के बाद जैसे ही हम तीसरे चेक प्वांइट की तरफ़ बढ़े वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने हमें रोका। उन्होंने कहा कि आज यहां हालात खराब है, आप कल आना।
हरजोत ने आगे कहा कि इसके बाद हम वापस आ रहे थे, इसी दौरान कीव शहर में गाड़ी में हमारे ऊपर फ़ायरिंग होनी शुरू हो गई। मुझे गोलियां लगीं और मैं बेहोश हो गया और इसके बाद मुझे 2 तारीख को अस्पताल में ही होश आया। इसके साथ ही हरजोत ने दावा किया कि डॉक्टरों ने बताया कि आप 3-4 घंटे तक सड़क पर पड़े हुए थे। डॉक्टरों ने बताया कि मेरा काफी खून बह गया था। इलाज के बाद अब मेरी तबीयत पहले से काफी अच्छी है... भारतीय दूतावास से अभी तक मुझे कोई सहायता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, हर दिन वे कहते हैं कि हम कुछ करेंगे लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली।#WATCH "No support from the Indian embassy yet. I have been trying to get in touch with them, every day they say we will do something but no help yet," says Harjot Singh, an Indian who sustained multiple bullet injuries in war-torn Ukraine, receiving treatment at a Kyiv hospital pic.twitter.com/8oc9urO74s
— ANI (@ANI) March 4, 2022
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हरजोत ने कहा कि मृत्यु के बाद आप चार्टर (विमान) भेज दें तो कोई फर्क नहीं पड़ता...भगवान ने मुझे दूसरा जीवन दिया है, मैं इसे जीना चाहता हूं। मैं दूतावास से मुझे यहां से निकालने का अनुरोध करता हूं, मुझे व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं प्रदान करें, दस्तावेज़ीकरण में मेरी सहायता करें। हालांकि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि भारत सरकार हरजोत सिंह के इलाज का खर्च उठाएगी। हम उनकी मेडिकल स्थिति की जानकारी जुटाने में लगे हैं... संघर्ष क्षेत्र में होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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