Haryana: चुनाव टालने की भाजपा की मांग पर बोले भूपेंद्र हुड्डा, वे हार स्वीकार कर चुके, इसलिए दे रहे तर्क

Bhupinder Singh Hooda
ANI
अंकित सिंह । Aug 24 2024 5:52PM

हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि चुनावों की घोषणा हो चुकी है और इसकी घोषणा हुए एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है। इसका मतलब है कि वे चुनाव टालना चाहते हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हरियाणा इकाई ने विस्तारित अवकाश अवधि के कारण कम मतदान की चिंताओं का हवाला देते हुए चुनाव आयोग से 1 अक्टूबर, 2024 को होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को स्थगित करने का अनुरोध किया है। इस अनुरोध पर कांग्रेस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया हुई, जिसने सत्तारूढ़ दल पर सत्ता खोने के डर से चुनाव में देरी करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। चुनाव आयोग ने 16 अगस्त को घोषणा की थी कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर को एक ही चरण में आयोजित किए जाएंगे, जिसके नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

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हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि चुनावों की घोषणा हो चुकी है और इसकी घोषणा हुए एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है। इसका मतलब है कि वे चुनाव टालना चाहते हैं। भाजपा पर वार करते हुए उन्होंने दावा किया कि वे हार स्वीकार कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि चुनाव आयोग समय पर चुनाव कराए क्योंकि लोग नहीं चाहते कि सरकार एक दिन भी सत्ता में रहे। चुनाव समय पर होना चाहिए। 

हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि हमारे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन बडोली ने चुनाव आयोग को अन्य राजनीतिक दलों के साथ परामर्श करके (चुनाव) तारीख को आगे बढ़ाने के लिए लिखा है ताकि वोट प्रतिशत बढ़ाया जा सके। लगातार छुट्टियाँ हैं इसलिए ये पत्र लिखा गया है ताकि वोट प्रतिशत कम न हो। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली ने पुष्टि की कि भाजपा ने 1 अक्टूबर से पहले और बाद में कई छुट्टियों का हवाला देते हुए शुक्रवार को मतदान स्थगित करने का अनुरोध किया था, जिसके परिणामस्वरूप कम मतदान हो सकता है।

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बडोली ने कहा कि कई लोगों को अगर लगातार पांच से छह दिन की छुट्टी मिलती है तो वे बाहर घूमने जाते हैं। इस वजह से वोटिंग कम हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैंने शुक्रवार को चुनाव आयोग को एक पत्र लिखकर बेहतर मतदान के हित में मतदान में कुछ दिनों की देरी करने का अनुरोध किया क्योंकि 1 अक्टूबर को मंगलवार है। मतदान का दिन होने के कारण इसे अवकाश के रूप में मनाया जाता है। शनिवार और रविवार छुट्टी के दिन हैं, और 2 और 3 अक्टूबर को गांधी जयंती और अग्रसेन जयंती के कारण छुट्टियां हैं। जो भी व्यक्ति सोमवार (30 सितंबर) को छुट्टी लेगा, उसे छह दिन की लंबी छुट्टी मिलेगी। इससे मतदान प्रतिशत पर बुरा असर पड़ने की संभावना है। 

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