हैदराबाद नगर निगम चुनाव: ओवैसी के गढ़ में बढ़ा भाजपा का दबदबा, टीआरएस के खाते में 57 सीटें
भाजपा के इस प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने अपने कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। हैरानी की बात तो यह है कि भाजपा ओवैसी की पार्टी को तीसरे नंबर पर भेज कर दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है।
तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जबकि भाजपा ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। टीआरएस 150 में से 45 सीटें अपनी झोली में डाली है, वहीं भाजपा ने 48 सीटों पर जीत हासिल कर ली है। असदुद्दीन औवेसी की पार्टी एआईएमआईएम के खाते में 44 सीटें गई है। वहीं कांग्रेस मात्र दो सीटें जीतकर चौथे स्थान पर है। भाजपा के प्रदर्शन पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी और पार्टी के राज्य अध्यक्ष बंडी संजय कुमार सहित अन्य भाजपा नेताओं ने हैदराबाद में अपनी पार्टी के अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित होकर मिठाई बांटी और जश्न मनाया।
भाजपा के इस प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने अपने कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। हैरानी की बात तो यह है कि भाजपा ओवैसी की पार्टी को तीसरे नंबर पर भेज कर दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है। सत्तारूढ़ टीआरएस से से भी वह ज्यादा पीछे नहीं है। आपको बता दें कि हैदराबाद निगम का चुनाव भाजपा के लिए चुनौती भरा था। भाजपा ने यहां शानदार प्रदर्शन किया है। पार्टी 2016 के चुनाव के मुकाबले शानदार प्रदर्शन करती दिख रही है, जिसमें उसे तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) के साथ गठबंधन करके चार सीटों पर जीत हासिल हुई थी। पिछले चुनाव में चंद्रशेखर राव नीत तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने 150 वार्डों में से 90 में जीत हासिल की थी।Hyderabad #GHMCElectionresults 2020: TRS wins 55 seats, BJP-48, AIMIM-44 and Congress-2
— ANI (@ANI) December 4, 2020
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इन चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन से भाजपा का मनोबल और बढ़ गया है। इससे पहले, पिछले महीने दुब्बक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी पार्टी को जीत हासिल हुई थी। मंगलवार को हुए जीएचएमसी चुनाव में मतपत्रों का इस्तेमाल किया गया था। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई और पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई। भाजपा डाक मतपत्रों की गिनती में अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रही थी। हालांकि चुनाव के दौरान केवल 46.55 प्रतिशत मतदान हुआ था। कुल 74.67 लाख में से केवल 34.50 लाख मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। टीआरएस ने सभी 150 सीटों पर जबकि भाजपा ने 149 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। वहीं कांग्रेस ने 146, एआईएमआईएम ने 51, तथा तेदेपा ने 106 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था।
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