किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे शाह फैसल, बोले- लड़ना चाहता हूं लोकसभा चुनाव
आईएएस पद से इस्तीफा देने के बाद शाह फैसल ने कश्मीर में बगैर उकसावे के होने वाली हत्याओं और भारतीय मुसलमानों को कथित तौर पर हाशिये पर डाले जाने के खिलाफ विरोध जताया।
श्रीनगर। आईएएस अधिकारी शाह फैसल ने अपने इस्तीफे की घोषणा के बाद शुक्रवार को कहा कि वह आगामी संसदीय चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन ‘‘फिलहाल’’ किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। सिविल सेवा परीक्षा 2009 में टॉपर रहे फैसल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस में शामिल होने की संभावना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि शासन में मिले अनुभवों को वहां कोई उपयोग नहीं हो सकता।
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Shah Faesal, IAS officer from #JammuAndKashmir who resigned on 9 January: As of now, I do not have any plans to join any existing mainstream party. pic.twitter.com/lK3bXGlsAu
— ANI (@ANI) January 11, 2019
फैसल ने कश्मीर में बगैर उकसावे के होने वाली हत्याओं और भारतीय मुसलमानों को कथित तौर पर हाशिये पर डाले जाने के खिलाफ विरोध जताते हुए सोशल मीडिया के जरिए नौ जनवरी को अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। फैसल सिविल सेवा परीक्षा में टॉप करने वाले प्रथम कश्मीरी थे, जिसे लेकर वह चर्चित रहें। सूत्रों ने बताया कि एमबीबीएस की डिग्री रखने वाले और 2010 बैच के आईएएस अधिकारी फैसल के नेशनल कांफ्रेंस में शामिल होने की संभावना है और वह बारामुला सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
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जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनके (फैसले के) इस्तीफे से नौकरशाही को नुकसान हुआ है जबकि राजनीति को लाभ मिलेगा। वहीं, हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने भी फैसल के इस्तीफे का स्वागत किया। मीरवाइज ने ट्वीट किया, ‘भारत सरकार द्वारा कश्मीरियों का बगैर उकसावे के की जा रही हत्या के खिलाफ विरोध जताते हुए शाह फैसल के इस्तीफा देने के रूख का स्वागत करता हूं।’
Welcome the stand to resign by @ShahFaesal to protest unabated killing of Kashmiris by GOI. Hope his outrage over killings and his sentiment that #KashmiriLivesMatter guide his choice of politics...
— Mirwaiz Umar Farooq (@MirwaizKashmir) January 9, 2019
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