चक्रवाती तूफान का असर, अंडमान में 30 मई तक भारी बारिश होने का अनुमान

cyclonic storm

अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों में 30 मई तक भारी बारिश हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने अगली सूचना तक मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।

पोर्ट ब्लेयर। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों में 30 मई तक भारी बारिश हो सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने अगली सूचना तक मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। द्वीपसमूह में बृहस्पतिवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को एक या दो स्थानों पर सात से 11 सेंटीमीटर की भारी बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुमान के मुताबिक, बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ ही इस दौरान द्वीपसमूह में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

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चक्रवाती तूफान ‘यास’ बुधवार रात 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं और भारी बारिश के साथ झारखंड की सीमा में पहुंच गया। चक्रवात के कारण बृहस्पतिवार दोपहर तक तूफान के चलते कोल्हान इलाके में 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है। चक्रवात के मद्देनजर राज्य में लोगों को अगले चौबीस घंटे घरों में ही रहने को कहा गया है और कोल्हान प्रमंडल के पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, बोकारो के अलावा खूंटी एवं पश्चिमी सिंहभूम जिलों में निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम लगातार जारी है।

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अब तक दस हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। झारखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डा. अमिताभ कौशल ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान यास बुधवार रात लगभग साढ़े आठ बजे झारखंड की सीमा में प्रवेश कर गया। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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